सरलता से बुखार का उपचार
(Fever home remedies in hindi)
- बुखार एक आम बीमारी है जो आती-जाती रहती हैं। शरीर में बाहरी संक्रमण का प्रवेश कर जाना मौसम का अचानक बदलना आदि बुखार के कारण बनते हैं। जब शरीर में कोई बाहरी संक्रमण प्रवेश कर जाता है तो शरीर उस संक्रमण से अपनी रक्षा करने के लिए प्रतिरोध करता है। इस प्रतिरोध में शरीर का तापमान काफी बढ़ जाता है और इसी को हम बुखार आना कहते है। बदलते मौसम में छोटे से लेकर बड़ों को बुखार आना एक आम समस्या है। आमतौर पर बुखार आना एक अच्छी बात है क्योंकि इससे इम्यूनिटी तेजी से बढ़ती है लेकिन अगर बुखार ज्यादा दिनों तक बना रहता है तो शरीर कमजोर हो जाता है। जिसके कारण आ कई अन्य बीमारियों के भी शिकार हो सकते है। साधारण बुखार 2-3 दिन बना रहता है लेकिन अगर लगातार आपको बुखार बना रहे तो इसका इलाज कराना बहुत ही जरूरी है। यदि बुखार से अधिकतर परेशान रहते हैं तो इन घरेलू उपायों को अपना सकते है। कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता। जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है इनको आसानी से बुखार नहीं आता फिर चाहे मौसम कैसा भी मौसम हो कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता के कारण मौसम में जरा से परिवर्तन होने पर सर्दी जुकाम हो जाता है। संक्रमित बुखार यह किसी बाहरी संक्रमण के शरीर में प्रवेश कर जाने से होता है। इस बुखार में गले में दर्द, गले में खराश और ज्यादा सर्दी होना आदि लक्षण दिखाई देते हैं। तेज बुखार आने पर डॉक्टर भी ठन्डे पानी का सेंक करने की सलाह देते है, ऐसा करने से तेज बुखार से आराम मिलता है। इसके लिए एक सूती कपडा लें और इसे ठन्डे पानी में भिगोकर अपने सिर पर इसकी पट्टी रखे, जब पट्टी का पानी सुख जाए तो इसे दुबारा पानी में डुबोकर अपने सिर पर रखें। बुखार में नहीं नहाना चाहिए जब तक बुखार कम न हो जाए और जब थोड़ा सुधार दिखने लगे तो गर्म पानी से नाहना चाहिए। जोड़ों व हाथ पैरों में दर्द होना, जी मिचलाना (घबराना), गले में कफ बनना खराश होना, ठण्ड लगना, शरीर में आलस्य व सुस्ती आना, शारीरिक कमजोरी आना, जरा सा काम करने पर थकान महसूस होना, कई रोगियों को बुखार में सिर का दर्द भी होता हैं, चिड़चिड़ापन आता है। एक जगह बैठने का मन करता है आदि यह सभी बुखार के सामान्य संकेत होते है।
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- बुखार के लिए लौंग : एक लौंग अच्छे से बारीक-बारीक पीसकर हलके गर्म पानी के साथ लेने से बुखार जल्द ही ठीक हो जाता हैं। ऐसा दिन 3 बार करें हर बार 1 लोंग लें।
- बुखार के लिए सरसों का तेल : बुखार में शरीर का तापमान कम करने में सरसों का तेल काफी कारगर साबित हो सकता है। इसके लिए 2 चम्मच सरसों का तेल में 4-5 कली लहसुन की डालकर गर्म करें। इसके बाद इसे थोड़ा सा ठंडा होने के बाद हाथों और पैरों के तलवों की मालिश करें।
- बुखार के लिए प्याज : प्याज से बुखार को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसके लिए प्याज को काटकर इसे पैरों के तलवों में धीरे-धीरे घिसे। इससे आपके शरीर का तापमान कम हो जाएगा।
- बुखार के लिए अदरक : अदरक को औषधि गुणों का भंडार कहा जाता है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो आपकी इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ-साथ शरीर के तापमान को कम करने में मदद करते हैं। इसके लिए आप अदरक के पाउडर को पानी में मिलाकर इससे स्नान करें।
- बुखार के लिए तुलसी : तुलसी में एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं। जो बैक्टीरिया से बचाने में मदद करता है। इसके लिए तुलसी का काढ़ा बनाकर पिएं। इसके लिए एक पैन में पानी उबालें। इसके बाद इसमें 7-8 तुलसी की पत्तियां डालें। इसके साथ ही इसमें 4-5 कुटी हुई लौंग डाल कर उबाल लें।
- बुखार के लिए पुदीना : पुदीना बुखार से आई कमजोरी को दूर करने में लाभदायक होता है। थोड़ा सा पुदीना लें और इसे करीबन 1 कप पानी में मिला कर अच्छे से उबाल लेवे। पूरी तरह उबल जाने के बाद इसे छान ले और इसमें मिश्री मिलाकर लें। ऐसा दिन में 2-3 बार करें।
- बुखार के लिए मुनक्का : मुनक्का में बुखार को कम करने की क्षमता होती हैं। यह टाइफाइड, वायरल बुखार, सामान्य बुखार आदि में अत्यंत लाभ होता हैं। बुखार में मुनक्का खाने से दो बड़े लाभ होते हैं पहला रोगी के शरीर में जो भी विषैले संक्रमण हैं वह सभी नष्ट हो जाते हैं और दूसरा इससे बुखार में आई कमजोरी दूर हो जाती है।
- बुखार के लिए टमाटर सूप : बुखार के समय टमाटर का सूप पिने से बहुत लाभ होता है। टमाटर सूप शरीर में पनप रहे खराब पदार्थों को नष्ट करने में बहुत लाभदायक होता है।
- बुखार के लिए हल्दी : बुखार के साथ-साथ तेज खांसी भी चल रही हैं तो 1-2 चम्मच हल्दी लें इसे तवा रख दें जब तवा गर्म होने लगे तो उसपर 1-2 चम्मच हल्दी डाल दें और हल्दी को अच्छे से सेंके। जब तक हल्दी हलकी-हलकी काली पढ़ने लगे तो उसे तवे पर से उतार लें इसे गुने-गुने साथ लें।
- बुखार के लिए सर्दी-बुखार : अगर किसी को सर्दी जुकाम से बुखार आया हो या बुखार में सर्दी जुकाम ज्यादा हो रही हो तो उन्हें यह प्रयोग जरूर करना चाहिए। थोड़ी सी पोदीना, 6 कालीमिर्च के दाने और थोड़ा सा नमक इन सभी को एक 2 कप पानी में डालकर अच्छे से उबाले जब पानी आधा रह जाए, यानी एक कप जितना रह जाए तो इसे रोगी को पीने के लिए दे दें। इसको पिने से सर्दी लग कर आया बुखार दूर हो जायेगा खांसी जुकाम सब खत्म हो जायेंगे।
- बुखार के लिए पानी : पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए। शरीर की प्रणाली सही चलती रहती और मौजूद विषैले तत्व बाहर निकल जाते है। सात्विक भोजन करे ज्यादा तेज मिर्च मसालों वाला भोजन न करे।