सिर दर्द की वजह क्या है? इसके लिए घरेलू उपचार
(What Causes Headache? Home remedies for it in hindi)
सिर दर्द एक ऐसी समस्या है जो किसी को भी हो सकती है। (Headache is a problem that can occur to anyone) कई लोग इसे सामान्य समझ कर अनदेखा कर देते हैं। (Many people ignore it as normal) ज्यादा थकान, तनाव, लगातार ज्यादा देर गैजैट्स आदि का इस्तेमाल करने के कारण इस समस्या का सामना करना पड़ता है। कई लोगों के सुबह उठते ही सिरदर्द की समस्या हो जाती हैं। ऐसे में पूरा दिन आपका सिर भारी रहता है। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इससे जल्द छुटकारा पाने के लिए बिना डॉक्टरी परामर्श के सिर दर्द की दवा ले लेते हैं जो कि ठीक नहीं है। (There are some people who take headache medicine without getting medical advice to get rid of it quickly which is not right) इसके होने के पीछे सामान्य से लेकर कई गंभीर सिर दर्द के कारण हो सकते हैं।
तनाव से होने वाला सिरदर्द यह सबसे आम सिरदर्द है। इस तरह के सिरदर्द में व्यक्ति अपने सिर के दोनों तरफ तेज दर्द महसूस करता है, जैसे कोई सिर को दोनों ओर से रबर बैंड से दबा रहा हो। सिर, गर्दन, कंधे और जबड़ों में कसावट महसूस होना। सोने में परेशानी होना। स्कैल्प, गर्दन और सिर के पिछले हिस्से में दर्द महसूस होना। तनाव, शोर या थकावट से दर्द बढ़ सकता है। माइग्रेन में होने वाला दर्द सिर के एक तरफ होता है इसमें मरीज को सिर में कोई चीज चुभने जैसा दर्द होता है। (Migraine pain occurs on one side of the head, in which the patient feels pain like pricking something in the head) माइग्रेन कम से शुरू होता है और धीरे-धीरे तेज होने लगता है। मतली या उल्टी होना। रौशनी से परेशानी होना।
- जमा चर्बी से जल्द ही छुटकारा
- तीन तरह से होता है डेंगू का बुखार
- यूरिक एसिड पर नियंत्रण घरेलू उपाय द्वारा
- सिर दर्द की वजह क्या है? इसके लिए घरेलू उपचार
- सुबह खाली पेट नींबू के साथ गुड़ के फायदे
- हार्ट ब्लॉकेज कभी नही हो सकता
- नसों में कमजोरी क्यों आती है?
- क्यों होते हैं पेट में कीड़े?
- कान दर्द कभी नहीं
- फंगल इंफेक्शन की परेशानी, अब नहीं रहेगी
- खुजली को कैसे दूर रखें
- सरलता से बुखार का उपचार
- फेफड़ों के कैंसर से बचने के उपाय
- मस्सा छुवा-छूत से होने वाला वायरस है
- मांसपेशियों में दर्द
- थायराइड की पहचान और उपाय
- कोलेस्ट्रॉल कैसे प्रभावित होता है?
- कैसे रखें स्वस्थ हृदय
- एसिडिटी आसानी से दूर होती है
- आम समस्या बन गई-यूरिक एसिड
साइनस सिरदर्द: साइनस में दर्द सिर के आगे के हिस्से में और चेहरे पर महसूस होता है। इस तरह का सिरदर्द तब होता है जब गाल, नाक, सिर व आंखों में साइनस कैविटी हो जाती है। यह सिरदर्द तब और ज्यादा तीव्र हो जाता है। सुबह उठने के बाद इंसान आगे की ओर झुकता है या सिर को झुकाता है। नाक बहना। नाक बंद होना। चेहरे पर दबाव महसूस होना या दर्द होना। सांस में बदबू। गले में दर्द। कफ।
सिर दर्द के घरेलू उपाय
(Home remedies for headache)
- सिरदर्द के लिए ठंडी सेंक: गर्मी के दिनों में सिरदर्द की परेशानी हो रही है तो बर्फ के टुकड़ों को आइस बैग में भरकर अपने माथे, गर्दन और पीठ पर 10 से 15 मिनट के लिए रख सकते है।
- सिरदर्द के लिए अदरक: अदरक एक आयुर्वेदिक औषधि की तरह माइग्रेन में असरदार हो सकता है। तीन से चार दिनों तक 400-500 मिलीग्राम अदरक पाउडर का हर चार घंटे के अंतराल में सेवन माइग्रेन की समस्या का कम किया जा सकता हैफ।
- सिरदर्द के लिए तुलसी: (पवित्रता की शक्ति तुलसी) तुलसी का एसेंशियल ऑयल सिरदर्द से कुछ देर का आराम दिलाने में मदद कर सकता है। तुलसी तनाव के लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकती है और सिरदर्द तनाव के लक्षणों में से एक है।
- सिरदर्द के लिएपुदीने का तेल: पुदीने का तेल लाभकारी हो सकता है। यह तेल न सिर्फ ठंडक महसूस कराएगा बल्कि सिरदर्द से राहत दिलाने में भी सहायक हो सकता है। यह खासतौर पर तनाव सिरदर्द के लिए उपयोगी हो सकता है। पुदीने में मेन्थॉल भी होता है जो माइग्रेन सिरदर्द से राहत दिलाता है।
- सिरदर्द के लिएविटामिन: सिरदर्द, विशेषकर माइग्रेन सिरदर्द विटामिन के सेवन से भी ठीक हो सकता है। यहां राइबोफ्लेविन नामक विटामिन का सेवन कारगर साबित हो सकता है। राइबोफ्लेविन प्राकृतिक रूप से कई खाद्य पदार्थों, दूध, अंडा, नट्स और हरी पत्तेदार सब्जियों में पाया जाता है। यह माइग्रेन यानी आधा सिर दर्द का इलाज करने में मदद कर सकता है।
स्वस्थ स्वास्थ्य के लिए विटामिन जरूरी हैं
- सिरदर्द के लिएलौंग: लौंग को रूमाल में बांधकर सिरदर्द के दौरान सूंघ सकते हैं। एक या दो चम्मच लौंग के तेल को बादाम या नारियल तेल में मिलाकर माथे पर लगा सकते हैं। अधिक दर्द होने पर कुछ घंटो के अंतराल में इस मिश्रण से लगातार माथे की मालिश करें। सिरदर्द से राहत पाने के लिए लौंग को पीसकर उसे चुटकी भर नमक और दूध के साथ भी सेवन किया जा सकता है।
- सिरदर्द के लिए नमक के साथ सेब का सेवन: सेब को काटकर उसे नमक के साथ खाने से भी सिरदर्द की समस्या से निजात मिल सकती है।
- सिरदर्द के लिए दालचीनी: (तेज पत्ता (डालचीनी) दालचीनी मसाला जिसे सिरदर्द के इलाज में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए दालचीनी के कुछ टुकड़ों को पीसकर पाउडर बना लें। इसके बाद इसमें पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। इसके बाद इसे अपने माथे पर अच्छी तरह से लगाकर 25 मिनट के लिए छोड़ दें।
- सिरदर्द के लिए कॉफी: सिर दर्द का घरेलू इलाज करने के लिए कॉफी का सीमित मात्रा में सेवन किया जा सकता है। इसमें मौजूद कैफीन में एनाल्जेसिक गुण होता है जो सिरदर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।
- सिरदर्द के लिए कैमोमाइल: कैमोमाइल एसेंशियल ऑयल या कैमोमाइल चाय भी प्रभावकारी हो सकती है। कैमोमाइल को सिरदर्द के लिए एक औषधि के रूप में सालों से उपयोग किया जाता रहा है। कैमोमाइल जेल का उपयोग माइग्रेन मरीजों में 35 मिनट के अंदर असरदार साबित हो सकता है। कैमोमाइल एंटीडिप्रेसेंट की तरह भी काम कर सकता है।
- सिरदर्द के लिए कैप्साइसिन: कैप्साइसिन, मिर्च में मौजूद एक महत्वपूर्ण यौगिक है जो सिरदर्द की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। कैप्साइसिन युक्त दवा का नेजल उपचार माइग्रेन और क्लस्टर सिरदर्द में लाभकारी हो सकता है। सिर दर्द की मेडिसिन के रूप में कैप्साइसिन युक्त जेल या बाम का उपयोग भी किया जा सकता है।
- सिरदर्द के लिए चंदन: चंदन के पेस्ट को अपने माथे पर थोड़ी देर के लिए लगा रहने दें और सूखने पर धो लें। चंदन के तेल को माथे पर लगाया जा सकता है। चंदन के तेल को सूंघ भी सकते हैं। इसके अलावा, गर्म पानी में चंदन के तेल की कुछ बूंदें डालकर भाप भी ले सकते हैं।
- सिरदर्द के लिए पान के पत्ते: पान के पत्तों को पानी के साथ पीसकर उसमें कपूर का तेल मिलाएं। अब इस मिश्रण को अपने माथे पर लगाएं और 10 से 15 मिनट के लिए रहने दें। पान के पत्तों में एनाल्जेसिक यानी दर्द निवारक गुण मौजूद होता है जो सिर दर्द ठीक करने में कारगर हो सकता है।
No comments
Post a comment