आमतौर से शनि देव को अशुभ और दुःख प्रदान करने वाला माना जाता है लेकिन वास्तव में ऐसा सत्य नही है।शनिदेव का स्मरण केवल कष्टों के लिए ही नहीं अपितु सुख और समृद्धि के लिए भी किया जाता है। मनुष्य जीवन में शनि के सकारात्मक प्रभाव होते है शनि संतुलन एवं न्याय का दाता है। शनि देव को कर्मफलदाता माना गया है जो मनुष्य को उसके कर्मों के अनुसार अच्छा या बुरा फल प्रदान करता है। यदि यमराज को मृत्यु का देव कहा जाता है तो वही शनि देव भी कर्म के दण्डाधिकारी है। चाहे गलती जान बूझकर की गई हो या अनजाने में हर किसी को अपने कर्मों का दण्ड तो भुगतना ही पड़ता है। शनि देव को सूर्यदेव का पुत्र माना जाता है यह नीले रंग के ग्रह माने जाते हैं, इनकीे नीले रंग की किरणें पृथ्वी पर निरंतर पड़ती रहती है। यह बड़ा है ग्रह है इसलिए धीमी गति से चलता है। एक राशि का भ्रमण करने में अढाई वर्ष तथा 12 राशियों का भ्रमण करने पर लगभग 30 वर्ष का समय लगाता है। सूर्य पुत्र शनि अपने पिता सूर्य से अत्यधिक दूरी के कारण प्रकाशहीन है। इसलिए इसे अंधकारमयी माना जाता है।
न्याय के देव-शनिदेव (God of justice): शनिदेव सबके साथ बराबर का न्याय करते है। उन्होंने ने अपने पिता सूर्य देव और गुरु तक एक समान न्याय किया। पिता सूर्यदेव को शनि की दशा के कारण हनुमान जी का ग्रास बनना पड़ा और माता पार्वती का सती होना भी इसी का अंश था। राजा हरिशचन्द्र को उनके दान देने के गुण पर जब अभिमान हुआ तब उन्हें भी शनि प्रकोप की प्राप्ति हुई।
Shani kripa se acche din avashya aate hain in hindi
शनिदेव को तेल अतिप्रय क्यों है (Why is oil very dear to Shanidev?): हनुमान जी ने शनिदेव को रावण बंधन से मुक्त कराया था। कैद में रहने के कारण शनिदेव को काफी पीड़ा हो रही थी तब हनुमान जी उनके शरीर पर तेल का लेप लगाया था जिससे शनिदेव को राहत मिली थी। इसी कारण शनिदेव को शनिवार के दिन तेल चढ़ाया जाता है और हनुमान जी की पूजा करने से शनिदेव के प्रकोप से मुक्ति मिलती है।
ऊँ शं शनैश्चराय नमः
1) शनि निवारण के लिए शनिवार के दिन शनि मंदिर में काले कपड़ा, काली उड़द, काले तिल और तेल चढ़ाना चाहिए।
2) शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। इसलिए इस दिन पीपल में तेल का दीया अवश्य जलाना चाहिए।
3) शनिवार के दिन तेल व काले तिल का दान करना बहुत अच्छा माना जाता है।
4) शनिदेव की कृपा प्राप्ति के लिए शनि चरणों की ओर देखें।
5) शनिवार के दिन काला तिल और गुड़ चींटियों को खिलाना चाहिए।
6) काला कम्बल, काला छाता, लोहे की कोई धातु, चमड़े के जूते व काली रंग की वस्तुए दान करनी चाहिए।
7) शनिदेव का व्रत करने से भी शनि देव प्रसन्न होते है। अगर व्रत ना कर सके तो मांसाहार और मदिरापान से विशेषकर इस दिन दूर रहना चाहिए।
8) शनि की दशा को शांत करने के लिए शुक्रवार की रात्रि में 8 सौ ग्राम काले तिल पानी में भिगो दें शनिवार को प्रातः उन्हें पीसकर एवं गुड़ में मिलाकर 8 लड्डू बनाएं और किसी काले घोड़े को खिला दें। आठ शनिवार तक यह प्रयोग करें।
9) शनिदोष पीड़ितों को भगवान शिव, सूर्य देव व हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। भगवान शिव, सूर्य देव और हनुमान जी पूजा शनिवार के दिन करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है।
10) शनिवार को काले रंग की चिड़िया खरीदें और उसे दोनों हाथों से आसमान में उड़ा दें। सारे दुःख दूर हो जायेंगे।
11) शनिवार के दिन लोहे का त्रिशूल शिव-काल भैरव-महाकाली मंदिर में अर्पित करें।
12) विवाह संयोग के लिए शुक्ल पक्ष के प्रथम शनिवार को 250 ग्राम काली राई को नये काले कपड़े में बांधकर पीपल के पेड़ की जड़ में रख आयें और शीघ्र विवाह कामना करें।
13) शनिवार के दिन गेंहू पिसवाएं और गेहूं में कुछ काले चने भी मिला दें ऐसा करने से आर्थिक वृद्धि होगी।
14) शुक्ल पक्ष के पहले शनिवार को 10 बादाम लेकर हनुमान मंदिर में जायें। 5 बादाम वहां रख दें और 5 बादाम घर लाकर किसी लाल वस्त्र में बांधकर धन स्थान पर रख दें धन में उन्नति होगी।
15) शनिवार के दिन बंदरों को काले चने, गुड़, केला खिलाएं।
16) सरसों के तेल का छाया पत्र दान करें।
17) बहते पानी में नारियल विसर्जित करें।
18) काले कुत्ते को दूध पिलाएं।
19) चीटिंयों को 7 शनिवार काले तिल, आटा, शक्कर मिलाकर खिलाएं।
20) शनि के दिन हनुमान चालीसा का सुबह-शाम जप करना चाहिए।
21) शनि पीड़ा से ग्रस्त व्यक्ति को रात्रि के समय दूध का सेवन नहीं करना चाहिए।
22) शनिवार की संध्या को काले कुत्ते को चुपड़ी हुई रोटी खिलाएं। यदि काला कुत्ते रोटी खा ले तो अवश्य शनि ग्रह द्वारा मिल रही पीड़ा शांति होती है।
23) काले कुत्ते को द्वार पर नहीं लाना चाहिए अपितु पास जाकर सड़क पर ही रोटी खिलानी चाहिए।
24) शनि शांति के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जप करें।
25) सात मुखी रुद्राक्ष भी शनि शांति के लिए धारण कर सकते हैं।
26) नीलम रत्न धारण करें अथवा नीली या लाजवर्त, पंच धातु में धारण करें।
शनिवार को इन चीजों को न खरीदें (Don't buy these things on Saturday)
तेल (Oil): शनिवार के दिन तेल न खरीदें इस दिन सरसों या किसी भी चीज का तेल खरीदने से व्यक्ति कई रोगों से ग्रस्त हो सकता है।
काले तिल (Black Mole): शनिवार को काले तिल न खरीदें काले तिल खरीदने से जरूरी कार्यों में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। काले तिल चढ़ाने से शनिदेव को प्रसन्न होते है परन्तु काले तिल शनिवार के अलावा किसी भी दिन खरीद लें।
नमक (Salt): शनिवार के दिन नमक न खरीदें इस दिन नमक खरीदने से बचें। शनिवार के दिन नमक खरीदने से कर्ज में बढ़ोतरी की संभावना होती है।
काले रंग की चीजों को न खरीदें (Do not buy black things): शनिवार के दिन काले रंग की चीजों को न खरीदें ऐसा करने से काम में असफलता की संभावना बढ़ जाती है।
शनिवार के दिन बिजली की चीजों को न खरीदें (Do not buy electrical items on Saturday): शनिवार के दिन बिजली के सामान की खरीदारी को अशुभ माना जाता है।
लोहे से बनी चीजों को न खरीदें (Do not buy things made of iron): शनिवार के दिन लोहे से बनी चीजों को खरीदनें से रिश्तों में तनाव आता है।
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