शरीर के लिए मिनरल्स जरूरी- Minerals are necessary for body

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शरीर के लिए मिनरल्स जरूरी
(Minerals are necessary for body)

शरीर को अच्छी तरह से काम करने के लिए मिनरल्स की बहुत जरूरत होती है। स्वस्थ स्वास्थ्य के लिए शरीर में माइक्रोन्यूट्रीएंट्स और मिनरल्स की मात्रा उचित होनी चाहिए। शरीर में पाए जाने वाले मिनरल्स और खनिज से हमारे मसल्स एवं हड्डियां मजबूत होती है। जो शरीर में एसिड का संतुलन बनते है। मिनरल्स हड्डियों को मजबूती देने के साथ ही मांसपेशियों को भी दुरुस्त करते हैं। अगर शरीर में मिनरल्स की पूर्ति हो तो इससे हॉर्मोंस भी अच्छी तरह अपना काम कर पाते हैं। भोजन में कई ऐसे मिनरल यानी खनिज तत्व मौजूद होते हैंए जो शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद होते हैं। मिनरल्स मतलब खनिज इनके बिना शरीर न तो त्वचा, मांसपेशियों, ऊतकों और लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण कर पाएगा और न ही ऑक्सीजन शरीर के विभिन्न भागों तक पहुंच पाएगी। मस्तिष्क और विभिन्न अंगों के बीच जो संदेशों का आदान-प्रदान होता है वह भी शरीर में खनिज पदार्थों के संतुलन के कारण ही हो पाता है। शरीर खनिज पदार्थों का निर्माण नहीं करता इसलिए भोजन के माध्यम से इसकी पूर्ति होती है। 

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शरीर उन सभी पोषक तत्वों का निर्माण नहीं करता जिनकी शरीर को ठीक प्रकार से कार्य करने के लिए आवश्यकता होती है। इसलिए इस कमी को भोजन से प्राप्त करना पड़ता है। पोषक तत्व दो प्रकार के होते हैं, मैक्रोन्यूट्रीएंट्स और माइक्रो न्यूट्रिएंट्स। मैक्रोन्यूट्रीएंट्स में कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन और वसा आते हैं, जबकि माइक्रोन्यूट्रिएंट्स में विटामिन्स और मिनरल्स आते हैं। दोनों ही माइक्रोन्यूट्रिएंट्स हैं परन्तु दोनों एक दूसरे से बिल्कुल अलग है। विटामिन्स, आर्गेनिक होते है और उष्मा, वायु या एसिड के द्वारा टूट जाते है जबकि मिनरल्स इन-आर्गेनिक होते हैं और अपनी रासायनिक संरचना बनाए रखते हैं।

पोटेशियम (Potassium): पोटेशियम सोडियम के साथ मिलकर एक इलेक्ट्रोलाइट का काम करता है जिससे शरीर के फ्लूइड्, रेग्युलेटेट हो जाते हैं। ब्लड प्रेशर, हार्टबीट, नर्व इम्पल्स आदि का सही बैलेंस करता है। पोटेशियम की कमी से शरीर में पानी की कमी यानी डी-हाइड्रेशन, लो ब्लड प्रेशर, कंफ्यूजन, लकवा, मसल्स कमजोर आदि हो सकते है। कैसे मिलता है पौटेशियम (How to get potassium) पोटेशियम नारियल पानी, केला, दूध, मछली और दाल से प्राप्त होता है।

मैग्नीशियम (Magnesium): मैग्नीशियम, कैल्शियम के साथ मिलकर काम करता है। मेटाबॉलिज्म, ब्लड शुगर को एनर्जी में बदलने, हार्ट बीट और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है। यह शरीर में 50: से भी ज्यादा मैग्नीशियम हड्डियों में पाया जाता है। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। इसकी कमी से अनिद्रा, सिरदर्द और डिप्रैशन, मसल्ल कैंप्स, दिल की बीमारियाँ, याददाश्त कमजोर, डायबिटीज और हाइपरटेंशन का खतरा आदि हो सकता है। इसकी अधिकता से डायरिया और कमी से न्यूरोमस्कुलर समस्या हो सकती है। कैसे मिलता है मैग्नीशियम (How to get Magnesium) मैग्नीशियम प्रमुख रूप से मछली, हरी और पत्तेदार सब्जियों, कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज, ब्राउन राइस, बादाम, दलिया, आलू, दही, बींस, डेयरी से संबंधित वस्तुओं, चॉकलेट कॉफी और केला में पाया जाता है।

फॉस्फोरस (Phosphorus): फॉस्फोरस शरीर के लिए महत्वपूर्ण मिनरल है। यह हड्डियों में कैल्शियम फॉस्फेट के रूप में मिलता है। दांतों और हड्डियों की हेल्थ के लिए बहुत जरूरी होता है। शरीर में जमा फैट को बर्न करने में मदद करता है। स्वस्थ स्वास्थ्य के लिए प्रतिदिन 700 मि.ग्रा. फास्फोरस की आवश्यकता होती है। यह आमतौर से नॉनवेज या वेज खाने से लिया जा सकता है। फास्फोरस के कारण ही किडनी अच्छे से काम करती है। इसकी कमी से शरीर में थकान, जकड़न, हड्डियों में दर्द आदि कमियाँ आती है। इसके अतिरिक्त कमजोर दांत, मसूड़ों और अर्थराइटिस की बीमारियाँ, भूख में कमी भी फास्फोरस की कमी के कारण होने की संभावना होती है। कैसे मिलता है फॉस्फोरस (How to get Phosphorus) चीज, लौकी के बीज, बादाम, फलियाँ, गेहूँ से बने ब्रेड, चिकन, मछली, दाल, नट्स, दूध, अंकुरित अनाज इत्यादि से प्राप्त किया जा सकता है।

मैग्नीज (Manganese): मैग्नीज की कमी से कमजोर याददाश्त और पाचन संबंधी समस्याँ होने की संभावना होती है। साथ ही साथ इसके अधिक सेवन से ऑस्टियोपोरोसिस, दिल का दौरा, हाई ब्लडप्रेशर के साथ आदि प्रोब्लम्स आ सकती है। 19 से 30 साल के बीच स्वस्थ-स्वास्थ्य के लिए प्रतिदिन 400 मि.ग्रा. मैग्नीज की आवश्यकता होती है। कैसे मिलता है मैग्नीज (How to get Manganese) मटर, अनाज, चाय, कॉफी और किशमिश से प्राप्त किया जा सकता है।

जिंक (Zinc): जिंक इम्युन सिस्टम की प्रक्रिया को सही रखने के लिए आवश्यकता होता है। शरीर के लगभग 300 एंजाइंस जिंक पर आधारित होते है। मेंटल हेल्थ के लिए यह जरूरी माना जाता है और बेहतर काम के लिए न्यूरोट्रांसमीटर को ठीक करता है। इसकी कमी से बाल भी टूटने लगते है। कैसे मिलता है जिंक (How to get Zinc) लहसुन, मूंगफली, अंडे की जर्दी, तिल, फलियाँ, मशरूम, ऑइस्टर, अलसी इत्यादि से जिंक प्राप्त किया जा सकता है।

सल्फर (Sulfur): सल्फर शरीर के प्रत्येक सेल्स में सल्फर अपने ऑर्गेनिक फॉर्म में मौजूद होता है। यह एमिनो एसिड, (Methionine, Cystenine, Taurine, Glutathione) का पार्ट होता है। सल्फर खून की गंदगी को साफ करता है और साथ-साथ शरीर को टॉक्सिन सब्सटेन्स से बचाता है। शरीर में प्रोटीन का बैलेंस रखने में यह सबसे ज्यादा मददगार है। इसकी कमी से इन्सुलुन का सही काम न करना, आलस, डिहाइड्रेशन जैसी आदि समस्याएं हो सकती है। कैसे मिलता है सल्फर-How to get Sulfur : साबूत दालों, अंडे के लवसा में, अदरक, ब्रोकली, मूली, प्याज, पत्तागोभी, सोयाबीन और गेंहूं आदि में सल्फर पाया जाता है।

कोबॉल्ट (Cobalt): कोबॉल्ट अच्छे पाचन और नर्व फंक्शन के लिए जरूरी होता है। विटामिन बी-12 के अवशोषण के लिए भी यह जरूरी होता है। कोबॉल्ट की कमी से आंखों की तकलीफें, याददाश्त की कमी, सिर चकराना आदि तकलीफें हो सकती हैं। कैसे मिलता है कोबॉल्ट (How to get Cobalt) दूध-दही और रेड मीट से मिलता है।

स्वस्थ स्वास्थ्य के लिए विटामिन जरूरी हैं -Vitamins are essential for healthy health in hindi)