शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अनेक प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है इसलिए प्रतिदिन अपने आहार में विटामिन्स, प्रोटीन्स, कार्बोहाइड्रेट्स आदि को लेते है कई शरीर में कोई कमी न रह जाए। Biotin एक प्रकार का विटामिन है जिसे विटामिन बी7 के नाम से भी जाना जाता है। मुख्यतः खाए गए खाने को ब्रेकडाउन करना और उसे गुलकोज में बदलना है जिससे शरीर में एनर्जी मिलती है। शरीर में बायोटिन कई तरह से कार्य करता है इसका प्रयोग बालों के झड़ने और नाखूनों के कमजोर होने पर उपचार के तौर पर किया जा सकता है। यह शरीर में ट्राईग्लीसिराइड के लेवल को कम करने का कार्य भी करता है और सामान्य विकास और शरीर में कार्बोज, वसा और एमिनो एसिड के चया-अपचय में सहायक होता है।
बायोटिन शरीर में फोलिक अम्ल, पेंताथिनिक अम्ल और विटामिन बी12 की उपयोगिता को बढ़ता है। बायोटिन बायोटिन को विटामिन एच भी कहा जाता है यह सामन्यतय विटामिन ई का हिस्सा होता है जो वसा में घुलनशील है। यह विटामिन शरीर में कार्बोज और वसा के संस्लेषण का कार्य करता है यह शरीर के नाखूनों एवं बालों की के लिए अत्यंत आवश्यक तत्व है। विटामिन-बी7 (बायोटिन-Biotin) नाखून, बाल और त्वचा के स्वास्थ्य में मदद करने के कारण इसे सौंदर्य विटामिन के रूप में भी जाना जाता है। रक्त में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करके डायबिटीज के रोगियों के लिए मददगार होता है। इसकी कमी से त्वचा संबंधी रोग हो जाते हैं, जिसमें त्वचा में जलन, इचिंग और चुभन होती है। यह आलू, पनीर, जौ, सोयाबीन, फूलगोभी, स्ट्रॉबेरी, मांस, मीट, अंडे इत्यादि में पाया जाता है।
बायोटिन शरीर में फोलिक अम्ल, पेंताथिनिक अम्ल और विटामिन बी12 की उपयोगिता को बढ़ता है। बायोटिन बायोटिन को विटामिन एच भी कहा जाता है यह सामन्यतय विटामिन ई का हिस्सा होता है जो वसा में घुलनशील है। यह विटामिन शरीर में कार्बोज और वसा के संस्लेषण का कार्य करता है यह शरीर के नाखूनों एवं बालों की के लिए अत्यंत आवश्यक तत्व है। विटामिन-बी7 (बायोटिन-Biotin) नाखून, बाल और त्वचा के स्वास्थ्य में मदद करने के कारण इसे सौंदर्य विटामिन के रूप में भी जाना जाता है। रक्त में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करके डायबिटीज के रोगियों के लिए मददगार होता है। इसकी कमी से त्वचा संबंधी रोग हो जाते हैं, जिसमें त्वचा में जलन, इचिंग और चुभन होती है। यह आलू, पनीर, जौ, सोयाबीन, फूलगोभी, स्ट्रॉबेरी, मांस, मीट, अंडे इत्यादि में पाया जाता है।
बायोटिन की कमी के लक्षण
(Deficiency of Biotin)
1) शीघ्र थकान होने लगती है।
There is an early fatigue.
2) त्वचा पर झुर्रियां पड़ने लगती है।
Wrinkles are formed on the skin.
3) भूख लगनी कम हो जाती है।
Loss of appetite decreases.
4) चक्कर आने लगते है।
I feel dizzy.
5) याददाश्त कमजोर होना।
(Loss of memory.
6) चेहरे तथा गले पर मुहांसों का होना।
Acne on the face and throat.
7) हाथ-पैरों की माँ-पेशियों में पीड़ा होने लगती है।
There is pain in the muscles of the arms and legs.
8) मानसिक रूप से बैचेन रहने लगता है।
Mentally starts being restless.
9) शरीर में आलस्य और सुस्ती होने लगती है।
There is laziness and lethargy in the body.
Skin itching problem due to small rash on the skin.
Digestive function and acidity constipation problem in the stomach.
Hair weakening, Hair fall, Hair breakage, Having dandruff problem.
विटामिन B7 के फायदे
(Vitamin B7 Benefits)
मांसपेशियों और टिश्यू की मरम्मत करता है- (Repairs muscles and tissue) : बायोटिन की कमी से मांसपेशियों में तनाव और दर्द बना रहता है। इसका कारण यह है कि मांसपेशियों में होने वाली दिक्कतें बायोटिन की कमी के कारण होती है। बायोटिन बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन है और यह शरीर में एमीनो एसिड्स और प्रोटीन के मेटाबॉलिज्म को बढ़ा देता है। ऐसा होने पर मांसपेशियां और टिश्यूज तेजी से मरम्मत करने लगते है। बायोटिन ना सिर्फ मांसपेशियों की मरम्मत करने का ही कार्य करता है बल्कि यह कोशिकाओं को पुनः बनने के लिए भी प्रेरित करता है। बायोटिन ग्लूकोस के मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ावा देता है।
विटामिन B7 के स्त्रोत
(Vitamin B7 Sources)
1) पर्याप्त मात्रा में जल का सेवन करें। (Take adequate amount of water).
स्वस्थ स्वास्थ्य के लिए विटामिन जरूरी हैं