- हल्दी एक वनस्पति है इसका वैज्ञानिक नाम करकुमा लोंगा है। प्राकृतिक रूप से इसका रंग पीला होता है। कच्ची हल्दी बिलकुल अदरक की तरह ही दिखती है। हल्दी के पाउडर को भोजन में एक मसाले की तरह इस्तेमाल किया जाता है। हल्दी के औषधीय गुण अनेक हैं, जिनमें एंटीइन्फ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीट्यूमर, एंटीसेप्टिक, एंटीवायरल, कार्डियोप्रोटेक्टिव (हृदय को स्वस्थ रखने वाला गुण), हेपटोप्रोटेक्टिव (लिवर स्वस्थ रखने वाला गुण) और नेफ्रोप्रोटेक्टिव (किडनी स्वस्थ रखने वाला गुण) गुण मुख्य हैं। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुणों से भरपूर है। एक स्वस्थ व्यक्ति को दिनभर में 500 से 1000 मिलीग्राम करक्यूमिन की जरूरत होती है। एक चम्मच हल्दी में लगभग 200 मिलीग्राम करक्यूमिन होता है और इसलिए दिनभर में चार या पांच चम्मच हल्दी ले सकते हैं। इसका सीधा सेवन करने की बजाए हल्दी से बने अन्य प्रोडक्ट्स का सेवन करने से भी करक्यूमिन की कमी पूरी होती है। इसलिए यह स्वास्थ्य के लिए अति लाभदायक होती है।
- बस हर रोज खाली पेट खा लें
- आओ एक कप प्याज की चाय
- हल्दी, अदरक और दालचीनी युक्त चाय से फायदे
- अदरक के औषधीय गुणों से कई फायदे
- सर्दियों में अब नहीं कोई दिक्कत
- गेहूं के ज्वार का जूस खाली पेट प्रतिदिन
- नारियल तेल पिए एक चम्मच खाली पेट
- नारियल पानी, काम अमृत जैसा
- जमा चर्बी से जल्द ही छुटकारा
- प्याज करें सर्दी-जुकाम दूर
- दही के साथ भुने जीरे के अनेक फायदे
- एक सेब हर सुबह और फिर देखें फायदे
- नाशपाती खाने से कई फायदे
- अमरूद करे कई बीमारियों का काम तमाम
- आम खाने से लाजवाब फायदे
- केसर का उपयोग और फायदे
- मूली के फायदे और नुकसान
- लहसुन का उपयोग और इसके फायदे और नुकसान
- खजूर से बीमारियाँ भागे दूर
- बेलपत्र का औषधीय महत्व
- पवित्रता की शक्ति तुलसी
- जीवन में पीपल की उपयोगिता
- लाभदायक गुणों से भरपूर निर्गुंडी
- भृंगराज अति-उपयोगी
- पारिजात का पौराणिक महत्व
- पत्थरचट्टा पथरी निकालने में मददगार
- करौंदा- Karonda
- कटहल के सेवन से फायदा कम नुकसान ज्यादा न हो जाए
- इस समस्या से खून में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है
- कीवी के औषधीय गुण
- तेज पत्ता (डालचीनी)
- एक साथ ये चीजें नहीं खानी चाहिए
- स्वस्थ-स्वास्थ्य के लिए कचनार
हल्दी के कई फायदे
(Haldi multiple benefits in hindi)
- हल्दी लिवर को विषैले तत्व से दूर रखती है (Turmeric keep away to liver from toxic elements) : लिवर से विषैले तत्व निकालने और लिवर को डिटॉक्सीफाई करने में हल्दी अपना महत्वपूर्ण कार्य करती है। हल्दी रोगाणुओं को रोकने वाली (रोगाणुरोधक या एंटीसेप्टिक) होती है। यह तरह-तरह के इन्फेक्शंस से लड़ने की ताकत देती है। अब चाहे अंदरूनी घाव हो या शरीर के बाहर के घाव, हल्दी उन्हें भरने का काम करती है।
- हल्दी स्वस्थ-स्वास्थ्य के लिए (For healthy lifestyle) : रोग-प्रतिरोधक क्षमता का सही होना आवश्यक होता है। हल्दी का महत्वपूर्ण घटक करक्यूमिन एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होने के साथ-साथ इम्यूनोमॉड्यूलेटरी एजेंट की तरह भी काम कर सकता है। यह टी व बी सेल्स (श्वेत रक्त कोशिकाएं) जैसे विभिन्न इम्यून सेल्स की कार्यप्रणाली को बेहतर करने में भी मदद कर सकता है। जिससे शरीर कई तरह की बीमारियों जैसे एलर्जी, अस्थमा, मधुमेह और हृदय रोग से लड़ सकता है।
- हल्दी कैंसर से बचाता है (Prevents cancer) : हल्दी का उपयोग कैंसर के जोखिम से भी बचाव करने में सहायक हो सकता है। करक्यूमिन ट्यूमर सेल्स को कम करने या उसके प्रसार को रोकने में मदद कर सकता है। इसमें एंटीनियोप्लास्टिक गुण मौजूद होते हैं। इसमें एंटीकैंसर गुण भी मौजूद होता है जो स्वस्थ-स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।
- हल्दी सूजन से पर नियंत्रण (Inflammation control) : सूजन की समस्या के लिए भी हल्दी लाभकारी हो सकती है। मनुष्यों पर किए गए शोध में हल्दी का उपयोग सुरक्षित पाया गया। इसके साथ ही करक्यूमिन में एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण की भी पुष्टि हुई, जो कि सूजन की समस्या से बचाव करने में लाभदायी है।
- हल्दी तेज स्मरण शक्ति के लिए (Fast memory) : हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाया जाता है, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से मुक्त रखने और आयरन के प्रभाव को संतुलित करने में मदद करता है। हल्दी में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट गुण मनुष्यों की स्मरण शक्ति को बढ़ाता है।
- हल्दी से पेट की परेशानी से राहत (Stomach ache relief) : पाचन संबंधी समस्या में हल्दी का उपयोग न सिर्फ गैस और पेट फूलने की परेशानी से राहत दिला सकता है, बल्कि आंत संबंधी समस्या और पाचन संबंधी समस्याओं से भी राहत दिलाने में सहायता करता है। हल्दी में मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण अल्सर के जोखिम को भी कम करने में मदद कर सकते हैं।
- हल्दी से मस्तिष्क संबंधी समस्या से राहत (Relief from neurological problem) : अल्जाइमर, जो कि एक मस्तिष्क संबंधी समस्या है, जिसमें व्यक्ति धीरे-धीरे अपनी याददाश्त खोने लगता है। इसके कारण अभी भी अज्ञात हैं, लेकिन बढ़ती उम्र इस बीमारी का एक जोखिम कारक हो सकता है। हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण अल्जाइमर की स्थिति में सुधार करने में सहायक होते है।
- हल्दी स्किन के लिए लाभकारी (Beneficial for skin) : सेहत के लिए ही नहीं बल्कि हल्दी के फायदे स्किन के लिए भी अनेक हैं। त्वचा संबंधी विकारों का उपचार करने में भी हल्दी के फायदे होता है। हल्दी में एंटीबैक्टीरियल, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जिस कारण यह सोरायसिस के कारण त्वचा पर हुए जख्मों को जल्द भरने में मददगार होती है। हल्दी त्वचा को सोरायसिस जैसी समस्या से राहत दिला सकती है। इसके अलावा, यह कील-मुंहासों की समस्या पर भी प्रभावकारी हो सकती है।
- हल्दी बालों के लिए फायदेमंद (Beneficial for hair) : हल्दी लगाने के फायदे बालों के लिए भी हैं। डैंड्रफ की परेशानी के लिए हल्दी के साथ नारियल तेल का उपयोग एंटी-फंगल एजेंट की तरह काम कर सकता है। जिससे कि डैंड्रफ और उससे होने वाली खुजली की समस्या से राहत मिल सकती है।
- हल्दी रक्त साफ करने के लिए फायदेमंद (Beneficial for blood cleansing) : हल्दी का उपयोग खून के रिसाव को रोकने या चोट को ठीक करने के लिए किया जाता है। कई बार हाथ पैरों में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए भी हल्दी वाले दूध का इस्तेमाल किया जाता है।
- हल्दी से रक्षातंत्र मजबूत (Strong immunity) : हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण होते हैं और दूध में मौजूद कैल्शियम हल्दी के साथ मिलकर शरीर को फायदा पहुँचाता है। प्रतिदिन एक गिलास दूध में सुबह के समय आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।
- हल्दी मोटापा कम करने के लिए (To reduce obesity) : गुनगुने दूध के साथ हल्दी के सेवन से शरीर में जमा अतिरिक्त फैट धीरे-धीरे कम होने लगता है। इसमें उपस्थित कैल्शियम और अन्य तत्व वजन कम करने में भी मददगार होते हैं।
- हल्दी खून में से विषैले तत्व बाहर निकलता है (Toxic substances come out of the blood) : आयुर्वेद में हल्दी को रक्त शोधन में महत्वपूर्ण बताया गया है। हल्दी के सेवन से रक्त शोधित होता रहता है। इसे खाने से रक्त में मौजूद विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं और इससे खून का संचालन अच्छी तरह से होता है। खून पतला होने के बाद रक्त का धमनियों में प्रवाह बढ़ जाता है इसके कारण व्यक्ति को हृदय संबंधी परेशानियां नही रहती।
- हल्दी घाव में भरने में मददगार (Wound healing) : हल्दी को चूने में मिलाकर गुम चोट में लगाने से यह दर्द को कम देती है और अलावा दूध में हल्दी मिलाकर पीने से कान दर्द जैसी कई समस्याओं में आराम मिलता है। हल्दी में किसी भी चोट के घाव को तेजी से भरने का भी गुण होता है। यदि चोट लगने पर तेजी से खून बह रहा है तो उस जगह तुरंत हल्दी डाल दें. इससे आपकी चोट का खून बहना कम हो जाएगा।
- हल्दी सर्दी, जुकाम,कफ के लिए (For colds, colds, phlegm) : सर्दी, जुकाम या कफ होने पर दूध में हल्दी का सेवन लाभकारी साबित होता है। इससे सर्दी-जुकाम ठीक होता है और फेफड़ों में जमा हुआ कफ भी निकल जाता है।
- हल्दी मजबूत हड्डियां के लिए (Strong bones) : दूध में हल्दी मिलाकर पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं दूध में मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत कर देता है। हल्दी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है जिससे हड्डी संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
- हल्दी अच्छी नींद के लिए- (To sleep well) : नींद न आने की समस्या अपने विचारों में खोए रहना जैसी समस्याओं के लिए सोने से आधे घंटे पहले हल्दी वाला दूध पीएं ऐसा करने से अच्छी नींद आती है।
- हल्दी ब्लड शुगर में मददगार (Helpful in blood sugar) : खून में ब्लड शुगर बढ़ने पर हल्दी वाले दूध का सेवन फायदेमंद रहता है। दूध में हल्दी मिलाकर पीने से शुगर लेवल कम होता है।
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