(Now there will be no problem in winter)
सर्दी में कम तापमान का असर बॉडी के इम्यून सिस्टम पर पड़ता है। (In winter, low temperatures affect the body's immune system) इसका मतलब यह हुआ कि किसी भी मौसम की तुलना में लोगों के बीमार पड़ने का खतरा इस वक्त सबसे ज्यादा होता है। इस मौसम में बीमारियों से बचने के लिए अपनी डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए। फ्लू और वायरल से बचने के लिए लोग सर्दी में कई तरह के उपाए अपनाते हैं। जिससे की उन्हें बीमारियों का शिकार न होना पड़े।
सर्दी में लोगों को कुछ ऐसा खाने का मन करता है जिससे उनका शरीर गरम भी रहें और वो हेल्दी भी रहें। लेकिन आपको उन खाने की चीजों से बचना जरूरी है जिनमें ज्यादा मात्रा में कैलोरी होती है और जो आपको फिट नहीं रख पाते हैं। बल्कि आपको कुछ ऐसा खाना चाहिए जो आपको हमेशा स्वस्थ रखने में मदद करे और आपको एक्टिव रखे। इसके अलावा आप उस तरह की चीजों का सेवन करें जो आपको बीमारियों के खतरे से दूर रखने में आपके लिए मददगार साबित हो।रोजाना करीब आधा घंटा फिजिकल एक्टिविटी का करना भी जरूरी है जो आपको फिट रखने में मदद करता है। यहां तक की कई शोध में भी इस बात का पता चला है कि जो लोग फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते उन्हें बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे लोगों को दिल की बीमारी का खतरा, ब्लड प्रेशर के बढ़ने का खतरा और टाइप-2 डायबिटिज जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है।
डाइट सर्दी के समय सबसे ज्यादा जरूरी होता है कि आप किस तरह की डाइट ले रहे हैं। (Diet during winter is the most important type of diet) सर्दी के मौसम में जरूरी है कि आप ऐसी डाइट लें जिन्में भारी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन मौजूद हो जो आपके शरीर को एक्टिव रखने में मदद करे। इसके अलावा आपको रोजाना फलों और सब्जियों का सेवन करना भी जरूरी है जिनमें ज्यादा मात्रा में विटामिन सी मौजूद होता है। विटामिन सी से हमारे शरीर में इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करने का काम करता है।
सर्दियों में अपनाएं ये तरीका (Follow this method in winter)
सर्दियों में अक्सर लोग पानी भी कम पीते है जिसकी वजह से शरीर में पानी की कमी होने लगती है। आपको कोशिश करनी चाहिए कि आप पानी ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पिएं। फिजिकल एक्टिविटी सर्दियों में फिट रहने और एक्टिव रहने के लिए जरूरी है कि आप एक्सरसाइज को भी रोजाना करें। रोजाना दिन में आधा घंटा एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी होता है। एक्सरसाइज को करने से हमे फिट रहने में भी मदद मिलती है साथ ही ये हमारे इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करने का काम करता है।
अगर पौष्टिक आहार, और संतुलित जीवन शैली का पालन नहीं कर रहे हैं तो सर्दियां में स्वास्थ्य के लिए खतरा साबित हो सकता है। (If nutritious diet, and not following a balanced lifestyle, can prove to be a health hazard in winter) इसलिए सुनिश्चित करना है कि ठंड के मौसम में सही पोषण प्राप्त करना है। भोजन खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए क्योकि उससे अपच होता है। भोजन से 30 मिनट पहले या भोजन के 30-45 मिनट बाद पानी पीने से शरीर को पोषक तत्वों को अवशोषित करने का समय मिलता है और स्वस्थ पाचन में मदद मिलती है।
आंवला, एलोवेरा, शुंठी, मंजिष्ठा, अनंतमूल, त्रिफला, चंदन जैसी जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल करें, जिनमें सौम्य डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं और यह सही मॉइस्चराइजिंग संतुलन बनाए रखने में भी मदद करता है। अपने शरीर को गर्म रखने के लिए जैविक घी का प्रयोग करे। अपने आहार में जैविक घी शामिल करे। यह त्वचा की सर्दियों की शुष्कता से निपटने में अतिरिक्त मदद करता है। प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए कार्बनिक शहद चुने कार्बनिक शहद प्रकृति का अमृत है जो न केवल आपके स्वाद के लिए अच्छा है बल्कि सर्दियों की एलर्जी से निपटने के लिए प्रतिरक्षा स्तर को बढ़ावा देने के लिए कई विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट भी शामिल है।
सर्दियों में मीठा से परहेज करें (Avoid sweets in winter): डाइट में बहुत ज्यादा मीठा खाने से इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। मीठा खाने वाले लोगों में बैक्टीरिया के कारण होने वाली बीमारियों से लड़ने की क्षमता खत्म हो जाती है। इसलिए कमर्शियल फ्रूट जूस, सॉफ्ट ड्रिंक और हाई शुगर वाले फूड से दूर रहना चाहिए।
सर्दियों में हिस्टामिन फूड्स खाने में सीमित ही रखें (Limit eating histamine foods in winter): हिस्टामिन इम्यून सिस्टम से बनने वाला एक ऐसा यौगिक है जो अवांछित पदार्थों से शरीर की सुरक्षा करता है। खाने की कुछ चीजों जैसे कि अंडा, मशरूम, पालक, ड्राय फ्रूट्स और यॉगर्ट में इसकी मात्रा काफी ज्यादा होती है, जो बलगम की समस्या बढ़ा सकते हैं। रिस्पिरेटरी से जुड़ी समस्या होने पर ये सर्दियों में बड़े कष्टकारी हो सकते हैं।
सर्दियों में डेयरी प्रोडक्ट से दूरी बनाये (Stay away from dairy products in winter): डेयरी में वो सभी गुण पाए जाते हैं जो सेहतमंद रहने के लिए बहुत जरूरी हैं। लेकिन सर्दी के मौसम में डॉक्टर डेयरी प्रोडक्ट का सेवन ना करने की सलाह देते हैं। दरअसल, डेयरी प्रोडक्ट्स की तासीर ठंडी होती है जिसकी वजह से इसका सेवन शरीर में कफ बनाने का काम करता है। इससे गले में खराश, कफ और कोल्ड की दिक्कत हो सकती है।
सर्दी में इन चीजों को न खाए तो अच्छा रहेगा (It would be better not to eat these things in winter)
सर्दियों में ऑफ सीजन फल-सब्जियां नुकसानदायक होती है (Off season fruits and vegetables are harmful in winter): ऑफ सीजन में फ्रूट्स और सब्जियां खाने पर ज्यादा ध्यान नहीं जाता लेकिन ध्यान रखना है। ऑफ सीजन के फल और सब्जियां खाने से बचना चाहिए क्योंकि फ्रेश ना होने की वजह से ऐसे फल और सब्जियां हमारी सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
सर्दियों में तीखा खाना ठीक नहीं है (Spicy food is not good in winter): तीखापन सर्दियों में आपकी बंद नाक को राहत दे सकता है, लेकिन यह पेट के लिए परेशानी कर सकता है। इसलिए ज्यादा तीखा खाने की बजाय आसानी से डायजेस्ट होने वाली चीजें खाएं। इस मौसम में मिर्च की बजाय गर्म तासीर की चीजों को डाइट में शामिल करें।
सर्दियों में पैकेट बंद और कटी हुई सब्जियाँ खाना ठीक नही है (It is not good to eat packet and chopped vegetables in winter): सर्दियों मे पैकेट और पहले से कटी हुई सब्जियाँ खाना स्वास्थ्य के लिए ठीक नही है। इस मौसम में पैकेट बंद सब्जियां बिल्कुल ना खरीदें।
सर्दियों में रेड मीट खाना ठीक नहीं है (It is not good to eat red meat in winter): रेड मीट और अंडे में सबसे ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है। सर्दी के मौसम में ज्यादा प्रोटीन के सेवन से छाती में बलगम की समस्या बढ़ सकती है। मीट की बजाए मछली का सेवन कर सकते हैं। हालांकि मछली में भी प्रोटीन होता है लेकिन इसे खाने से सेहत को किसी तरह की परेशानी नहीं होती है।
अपनाएं आयुर्वेद लाइफस्टाइल (Adopt ayurveda lifestyle in hindi)
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