सर्दी के मौसम winter season में अक्सर सुबह उठने में परेशानी होना सामान्य लगता होगा परन्तु ऐसा ही है। सर्दी के मौसम में दिन छोटा और रातें लंबी हो जाती हैं। ज्यादा सूरज की रोशनी ना मिलने की वजह से शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है। जिस कारण इस मौसम में हमें ज्यादा सुस्ती महसूस होने लगती है। ठंड के मौसम में सुबह उठने में परेशानी होना, इसकी वजह शरीर में विटामिन डी की कमी भी हो सकती है इसलिए सर्दियों में उठने में परेशानी होती है।
ऐसा करने का प्रयत्न कीजिए (Try to do it)मेलाटोनिन (Melatonin): सर्दियों में जल्दी ना उठ पाने का कारण मेलाटोनिन का बढ़ा हुआ स्तर ऐसा माना जाता है कि नींद को कंट्रोल करते हैं रोशनी और अंधेरा। जब भी दिमाग का एक पर्टिकुलर हिस्सा रोशनी के कॉन्टैक्ट में आता है तो वो अचानक ही एक्टिव हो जाता है। यह वह भाग होता है जो मेलाटोनिन, बॉडी के तापमान और हार्मोन को नियंत्रित करता है। इन्हीं तीनों की वजह से शरीर में नींद इन्फ्लुएंस होती है। मेलाटोनिन नींद बढ़ाती है।
शरीर का तापमान (Body temperature): जब ठंड बढ़ती है, तो हम खुद को कवर कर लेते हैं। बहुत ठंडा या बहुत गर्म तापमान शरीर की प्राकृतिक नींद की प्रक्रिया को बाधित करता है।
हल्का भोजन (Light meal): सर्दियों में हम भारी भोजन का सेवन करते हैं। आरामदायक भोजन करने या ज्यादा मात्रा में खाने से शरीर की ऊर्जा उस खाने को पचाने में लग जाती है और अधिक आलस या थकावट महसूस होती है।
पानी (Water): रात सोने से पहले और सुबह उठते ही पानी पीए इससे शरीर को जगाने में आसानी होती है। एक्टिव रहने के लिए एक्सरसाइज करें। जो बॉडी रूटीन को सेट करने में मदद करेगा। कुछ दिन लगातार एक ही वक्त पर सोकर और जागकर बॉडी क्लॉक को सेट करने की कोशिश करें।
सोने का समय (Sleep time): सोने की रुटीन सेहत पर खराब असर डालता है साथ ही इससे हमेशा आलस जैसा महसूस होता है। सुबह जल्दी न उठ पाने का मतलब नींद पूरी नहीं हो पाई है या फिर पूरी नींद नहीं ले पा रहे हैं। सोना सेहत की लिए जरुरी है और हमें 7 से 9 घंटे तक की नींद लेनी चाहिए ताकि आपका शरीर आराम महसूस करें साथ ही आप फ्रेश रहें।
सोने से पहले चाय का सेवन ना करें (Do not consume tea before bed): सोने से पहले कैफीन जैसे कॉफी या फिर चाय का सेवन ना करें।
सोने से पहले ध्यान लगाये (Meditate before bedtime): दिमाग को आराम दें जैसे किताब पढ़े, ध्यान लगाये या फिर चाहें तो अच्छी बॉथ लें ताकि आपका शरीर आराम महसूस करें और थकान आपकी दूर हो जाएं।
वर्कआउट (Workout): अगर आप हर दिन वर्कआउट करते हैं तो यह सहेत के लिए अच्छा है। नींद अच्छी है साथ ही अनिद्रा, ज्यादा सोचने की समस्या और निराशा से दूर रहेंगे। एक्सरसाइज शरीर के एनर्जी लेवल को बढ़ाता है।
दिन की रोशनी (Daylight): घर के बार टहलने जाएं, चाहें शाम में या फिर सुबह जरुर टहने की कोशिश करे। साथ ही बालकनी में बैठें अपने घर के पर्दों को भी कुछ समय के लिए खोलकर रखें।
सुबह उठने के फायदे (Benefits of getting up in the morning)एकाग्रता में वृद्धि (Increase concentration): सुबह जल्दी उठते हैं तो इससे एकाग्रता में भी वृद्धि होती हैं। व अगर आप काम समय में अधिक एकाग्रता बढ़ाना चाहते हैं तो आप रोजा मॉर्निंग में जल्दी उठ कर योगा कर सकते हैं।
शुद्ध ऑक्सीजन (Pure oxygen): शुद्ध ऑक्सीजन सुबह के समय में ही मिलता हैं क्यों की इस वक्त अधिकांश वाहन व फैक्ट्री आदि बंद होते हैं। शुद्ध ऑक्सीजन के कारण दिल की सभी बीमारियों तथा अन्य बीमारियों से भी बचे रह सकते है।दृढ़ इच्छाशक्ति (Iron will): सुबह जल्दी उठने से इच्छाशक्ति में भी वृद्धि होती हैं इससे सोचने समझने की शक्तिं बढ़ती हैं।
सकारात्मक विचार (Positive thoughts): सुबह देर से उठने से शरीर में नकारत्मक सोच बढ़ने लगती हैं व अगर सुबह जल्दी उठेंगे तो नकारात्मक सोच धीरे धीरे काम होने लगेगी व उसी जगह पर आपके अंदर सकारात्मक सोच बढ़ने लगेगी।
स्वस्थ स्वास्थ्य (Healthy health): सुबह उठना स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। ऐसा करने से कई तरह से बीमारियों से बचा जा सकता है।
अपनाएं आयुर्वेद लाइफस्टाइल (Adopt Ayurveda Lifestyle in hindi)
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