(Gond & gond katira medicines for health)
गोंद कतीरा पेड़ से निकलने वाला चिपचिपा तरल पदार्थ होता है, जो हमें गोंद के रूप में मिलता है। यह देखने में सफेद और पीले रंग का होता है। इसे प्राप्त करने के लिए पेड़ के तने को चीरा लगाना पड़ता है और तने से एक तरल पदार्थ निकलता है, जिसे सूखने के लिए रख दिया जाता है और सूखने पर इसका इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन यह हर किसी पेड़ से नहीं निकलता है। यह हमें बबूल कीकर और नीम के पेड़ से प्राप्त होता है। इस गोंद में प्रोटीन और फोलिक एसिड जैसे बहुमूल्य पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर से जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं से छुटकारा दिलाने में लाभदायक होते हैं।
गोंद /गोंद कतीरा में अंतर (Difference between gond/gond katira)
गोंद के प्रकार (Type of gond/gond katira)
कीकर या बबूल का गोंदः कीकर और बबूल से प्राप्त होने वाला गोंद बहुत ही पौष्टिक होता है।
आम की गोंदः आम से प्राप्त होने वाला गोंद रक्त प्रसादक होता है।
दूध में मिलाकर करें गोंद कतीरा का सेवन (Consume Gond/Gond Katira by mixing it in milk): गोंद कतीरा जो पेड़ से निकलने वाला एक पीले रंग का गोंद है। यह छूने में चिपचिपा, बदबूदार और बेस्वाद होता है। इसकी तासीर ठंडी होती है इसलिये इसका सेवन गर्मियों में करना बेहद लाभकारी माना जाता है। गोंद कतीरे का प्रयोग कब्ज दूर करने, स्तन में वृद्धि, त्वचा रोग, प्रसव के बाद लगने वाली कमजारी आदि के लिये किया जाता है। यही नहीं अगर किसी को हृदय रोग का खतरा है तो वह भी इसके प्रयोग से दूर हो जाता है। गोंद कतीरा में ढेर सारा प्रोटीन और फॉलिक एसिड पाया जाता है। इसके सेवन से शरीर को तुरंत ताकत मिलती है। इसे खाने से खून गाढ़ा होता है। 20 ग्राम गोंद कतीरा को एक गिलास पानी या फिर दूध में भिगो कर रखें और फिर सुबह मिश्री मिलाकर शर्बत बनाकर पिएं।
मुंह के छाले के लिए लाभकारी (Beneficial for mouth ulcers): अल्सर के कारण होने वाली सूजन, लालिमा और दर्द को कम करने के लिए लाभकारी होता है। गोंद कतीरा का बारीक पिसा हुआ पेस्ट बनाएं और तुरंत राहत के लिए अपने छालों पर लगाएं।
हार्ट अटैक से बचाता (Prevents Heart Attack): रोजाना भुनी हुई गोंद का सेवन करना हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है। हृदय संबंधी अन्य रोगों के लिए भी यह फायदेमंद है।
गठिया रोग के लिए फायदेमंद (Beneficial for arthritis): गोंद के लड्डू गठिया के लिए अच्छा है क्योंकि यह जोड़ों को चिकनाई देता है और पीठ और जोड़ों के दर्द के लिए राहत देता है।
कमजोरी को दूर करता है (Removes weakness): कमजोरी को दूर करने के लिए भी गोंद के लिए बेहद लाभदायक है। यह थकान, चक्कर आना और माइग्रेन जैसी समस्याओं को भी दूर करता है।
कब्ज के लिए लाभकारी (Beneficial for constipation): कब्ज के मरीजों के लिए गोंद का सेवन मददगार साबित होता है। दिन में 1 बार इसका सेवन आपकी इस समस्या को दूर कर सकता है।
गोंद कतीरा की तासीर ठंडी होती है इसीलिए इसे गर्मियों में उपयोग में लाया जाता है जबकि गोंद की तासीर गर्म होती है इसीलिए इसे सर्दियों में उपयोग में लाया जाता है।
अपनाएं आयुर्वेद लाइफस्टाइल (Adopt ayurveda lifestyle in hindi)
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