हम अपने देश में र्गव महसूस करते है,
इसका श्रेय तुम्हें जाता है,
बताने और कहने से फर्क नही पड़ता,
हम-तुम सब जानते है,
जिसने देश को ही अपना ईष्ट मान लिया,
उसे अब हमने भी पहचान लिया है।
अपने मत का हम दान नहीं करेंगे,
देश-द्रोही पाखंडियों को हम पहचान चुके हैं,
इनकी अवकात को हम जान चुके हैं,
इनको पहचान दिलाने का हम मन बना चुके है।
जन-जन को सुविधा देने के नाम पर
राजनीति में आते हो,
राष्ट्रको उत्तम बनाने के नाम पर
राजनीति में आते हो,
जो करना ही नहीं उसे भी कह जाते हो,
हमें पता है तुमने जो कहा,
उसे तुम कुछ ही देर में भूल जाते हो,
हमें सब पता है फिर भी हमारे वोट पा जाते हो।
अपने वोट का सही इस्तेमाल हम करेंगे,
इधर-उधर की बात करने वाले,
देश द्रोहियों को हम सबक सिखाएंगे।
आजकल देश द्रोहियों की भीड़ इकट्ठा हुई है,
इनको लग रह है आपातकालीन आने का,
अगर तुम जन-हित में काम करोगे,
तुम्हारा यह काम करेगा डर को भगाने का,
अरे र्मूखों अब क्यों आपातकालीन आयेगा।
राजनीति के बेजोड़ गठबंधन को,
हम-सबने अच्छी तरह जाना,
वोट की ताकत को हम सबने माना।
चलो चले अब समय आ गया है,
गठबंधन शब्द को गठबंधन से हटाने का,।
गठबंधन बनाने वालों को,
हम जैसे लोग मौका देते है,
गठबंधन से ठग बन्धन बन जाता है,
फिर भी मौका देते हम जैसे लोग,
अब नहीं रखना इस बन्धन को,
ध्यान रखना वोट की आहूति से,
मुक्त करना इस गठबंधन को।
हम तेरे नाम पर बटन दबाएंगे,
कसम तुम्हें इस देश की मिट्टी की,
देश को न रुकने न झुकने देना,
चाहे पद रहे या न रहे,
पर देश का सम्मान बना रहे।
जो हाथ-पैर चलाते हैं वो तैर जाते है,
जो हाथ-पैर नहीं चलाते वह डूब जाते हैं।
जय-हिन्द, जय भारत।
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