(Chiraita an ayurvedic herb for many diseases)
वैज्ञानिक भाषा में एंडोग्रेफिस पैनिकुलाटा कहा जाता है। जबकि देसी भाषा में इसे चिरायता कहा जाता है। चिरायता एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो कि डायबिटीज और पीलिया से लेकर कई सारी बीमारियों में काम आ सकती है। यह अपने विशिष्ट कड़वे स्वाद के लिए जाना जाता है। इसमें बैंगनी रंग के हरे-पीले फूल होते हैं। ये ज्वरनाशक है यानी बुखार में फायदेमंद है। इसके अलावा ये सूजन-रोधी है यानी कि सूजन को कम करता है। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट, हेपेटोप्रोटेक्टिव, एंटीफंगल, हाइपोग्लाइकेमिक, पाचक, और पित्तशामक गुण होते हैं। इसकी वजह से इसे कई बीमारियों का रामबाण इलाज माना जाता है। इसमें क्षारीय तत्व-एन्ड्रोग्राफोलाइडस पाया जाता है, जो कई प्रकार की बीमारियों में विशेष रूप से उपयोगी दवा है।
चिरायता बुखार में लाभकारी (Absinthe beneficial in absinthe fever): कालमेघ बुखार में भी आराम देता है, क्योंकि इसमें एंटी-वायरल गुण पाए जाते हैं। इसके लिए बुखार में मरीज को कालमेघ का काढ़ा देना चाहिए। आप चाहे तो इसमें अन्य आयुर्वेदिक चीजें अदरक, शहद आदि भी मिला सकते हैं।
चिरायता यूरिक एसिड में फायदेमंद (Absinthe beneficial in uric acid): यूरिक एसिड में चिरायता की पत्तियों को उबालकर पीना फायदेमंद हो सकता है। इन पत्तियों का सेवन शरीर में जमा प्यूरिन को फ्लश ऑफट करने में मदद करता है। इसके अलावा ये प्रोटिन मेटाबोलिज्म को भी तेज करता है जिससे यूरिक एसिड न बढ़े। साथ ही ये एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भी भरपूर है जो कि जोड़ों में सूजन को कम करने के साथ दर्द से भी राहत दिला सकता है।
चिरायता स्किन के लिए फायदेमंद (Absinthe beneficial for skin): चिरता के पानी से मुंह धोने से एक्जिमा और मुंहासों जैसे त्वचा रोगों के इलाज में मदद मिलती है। इसके अलावा ये जलन, रूखापन और खुजली वाली त्वचा में असरदार है। इसके अलावा ये अंदर से खून साफ करता है और स्किन की समस्याओं को दूर करता है।
चिरायता ब्रेन के लिए फायदेमंद (Absinthe is beneficial for the brain): चिराता स्वर्टियामार्टिन नामक एक मेटाबोलाइट का उत्पादन करता है जो कि तनाव और चिंता को कम करने में मददगार है। ये सेंट्रल नर्वस सिस्टम की समस्याओं में प्रभावी है और ब्रेन के कार्य को ठीक करने में मददगार है।
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