क्लीं क्लीं कामाख्या क्लीं क्लीं नमः
प्रतिदिन सुबह स्नान आदि से निवृत होकर पूजा के स्थान पर बैठकर 3 माला का जप करना चाहिए। मंत्र जप शुरू करने से पहले माँ कामाख्या देवी का मन में स्मरण करें व उनसे अपना आशीर्वाद पाने हेतु अरदास लगाए। लगातार 41 दिनों तक इसी प्रकार मंत्र जप करने से जातक के घर में सुख शांति व सम्रद्धि आने लगती है।
माँ कामाख्या तांत्रिक मंत्र
त्रीं त्रीं त्रीं हूँ हूँ स्त्रीं स्त्रीं कामाख्ये प्रसीद स्त्रीं स्त्रीं हूँ हूँ त्रीं त्रीं त्रीं स्वाहा
माँ कामाख्या देवी का यह मंत्र तंत्र साधना के अंतर्गत आता है। यह बहुत ही शक्तिशाली मंत्र है। जो जातक इस मंत्र में सिद्धि प्राप्त कर लेते है उन्हें जीवन में किसी प्रकार की कोई कठिनाई अनुभव नहीं होती। ऐसा कोई कार्य नहीं जिसे वह पूर्ण न कर पाए। तंत्र साधकों का मानना है कि इस मंत्र में सिद्धि कामाख्या देवी के शक्तिपीठ पर ही संभव है। इस मंत्र द्वारा तंत्र साधना किसी योग्य गुरु के सानिध्य में ही संपन्न करनी चाहिए।
माँ कामाख्या देवी की पूजा आराधना शुरू करने से पूर्व इस मंत्र द्वारा उनका स्मरण करना चाहिए उन्हें प्रणाम करना चाहिए।
ॐ नमो कामाक्षी देवी आमुकी में वंशं कुरु कुरु स्वः।।
माँ कामाख्या देवी के इस मंत्र द्वारा किसी को भी अपने वश में किया जा सकता है। देवी के इस मंत्र को सिद्ध करना काफी कठिन है लेकिन असंभव नहीं। आत्मबल और द्रढ़ निश्चय के बल पर आप इस मंत्र में सिद्धि अर्जित कर सकते है। लेकिन इस मंत्र को सिद्ध करने का विधि-विधान बहुत लम्बा है जिसमें: विनियोग, करन्यास, अंग न्यास करने के उपरांत मुख्य साधना आरम्भ की जाती है और यह आप किसी किताब से पढ़कर नहीं अपितु किसी योग्य गुरु के सानिध्य में ही संभव कर सकते है। बिना गुरु के इस साधना को करने का प्रयास न करे व किसी योग्य गुरु की खोज करें जो आपको इस साधना के विषय में अधिक जानकारी और अनुभव दे सके।
माँ कामाख्या देवी सिन्दूर प्रयोग का मंत्र
कामाख्या देवी के स्थान पर एक विशेष प्रकार का सिन्दूर मिलता है जिसे कामिया सिन्दूर कहा जाता है। यह सिन्दूर आपको किसी अन्य स्थान पर नहीं मिलेगा। इस सिन्दूर को अभिमंत्रित कर प्रयोग में लाने से परिवार में सुख-शांति व वैवाहिक जीवन में खुशियाँ मिलती है। कामिया सिन्दूर को अभिमंत्रित करने की विधि इस प्रकार है।एक चांदी की डिब्बी में इस सिन्दूर को भरकर रख ले। अब शुक्रवार की सुबह पूजा के स्थान पर बैठकर इस सिन्दूर की डिब्बी को अपने सामने रखकर नीचे दिए गये मंत्र के 108 जप करें। 108 मंत्र जप पूर्ण होने पर 7 मंत्र जप और करें जिसनें प्रत्येक मंत्र पूर्ण होने पर इस सिन्दूर में फूंक लगाये। इस प्रकार कुल 7 बार सिन्दूर में मंत्र के साथ फूंक लगाते जाए। इस कार्य को शुक्रवार के दिन से शुरू कर आने वाले शुक्रवार तक करें। प्रतिदिन इसी विधि अनुसार मंत्र जप करते रहे।
इस कामिया सिन्दूर में थोड़ी मात्रा में केसर, गंगाजल चन्दन मिला लेA अब आप इस मिश्रण से स्वयं को तिलक करें। इस मिश्रण द्वारा तिलक करके आप जिस भी व्यक्ति के सामने जायेंगे वह आपके वशीभूत होने लगेगा। तंत्र विद्या की दृष्टि से कामाख्या सिद्ध पीठ सम्पूर्ण भारत में प्रथम स्थान पर आता है। यहाँ प्रतिवर्ष अम्बूबाची नाम से मेला लगता है जिसमें दूर दूर से साधक तंत्र साधना में सिद्धि अर्जित करने यहाँ आते है। तंत्र साधना द्वारा ही नहीं अपितु दैनिक पूजा-आराधना से भी माँ कामाख्या देवी का आर्शीवाद अति शीघ्र प्राप्त होने लगता है।| माँ कामाख्या आपकी सभी मनोकामना पूर्ण करे ऐसी हम कामना करते है।
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