(Eating tamarind helps in weight loss)
इमली एक आहार है, लेकिन इसका इस्तेमाल एक औषधि के रूप में भी किया जाता है। कच्ची इमली एसिडिटी, वात-पित्त रोग और खून से संबंधित विकार में फायदेमंद होती है। पकी इमली पाचनतंत्र, कफवात विकार में लाभ पहुंचाती है। इमली के फूल से भी अनेक रोगों का उपचार किया जा सकता है। खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ इमली का सेवन करने से वजन कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। विटामिन्स, मिनरल्स और डाइटरी फाइबर से भरपूर इमली सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होती है।
वजन कम करने में इमली ड्रिंक फायदेमंद (Tamarind drink beneficial in reducing weight): सबसे पहले इमली को अच्छी तरह से धोकर उसके अंदर से बीज को निकाल लें। एक पैन में दो गिलास पानी डालकर उसमें इमली डाल दें। करीब 10 मिनट तक पानी को ऐसे ही उबलने दें। 10 मिनट बाद गैस को बंद कर दें और इमली को बाहर निकालकर उसे हाथ से या फिर किसी चीज की सहायता से उसे दबाकर उसका रस निकाल लें। अब इसे ठंडा होने के लिए रख दें। इसे पीने से पहले आप चाहे तो इसमें स्वादानुसार शहद भी मिला सकते हैं। इसे रोजाना पीएं। ऐसा करने से धीरे-धीरे वजन घटने लगेगा। इमली ड्रिंक सेवन करने का सही समय इसका सेवन खाना खाने से 30 मिनट पहले करें। इससे आपको फायदा मिलेगा।
आंखों की सूजन में इमली फायदेमंद (Tamarind is beneficial in inflammation of the eyes): इमली के फूलों को पीसकर थोड़ा गाढ़ा घोल बना लें। इसे आंखों पर बांधने से आँखों की सूजन ठीक होती है।
इमली नर्वस सिस्टम को मजबूत करती है (Tamarind strengthens the nervous system): इमली का सेवन नर्वस सिस्टम को मजबूती देता है। इमली में पाये जाने वाले मिनरल्स जैसे कैल्शियम आदि नर्वस सिस्टम को मजबूत करते है।
वात में इमली फायदेमंद (Tamarind beneficial in vata): इमली को 500 मिली पानी में मसलकर छान लें। इसमें 50 ग्राम मिश्री, 5 ग्राम दालचीनी, 5 ग्राम लौंग और 5 ग्राम इलायची मिलाकर 4 मिली की मात्रा में पिलाएं।
इमली पीलिया में फायदेमंद (Tamarind beneficial in jaundice): इमली के पानी का सेवन पीलिया में लेना फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इमली में लीवर की कोशिकाओं को सुरक्षित रखने का गुण पाया जाता है जो कि लीवर को स्वस्थ बनाये रखने में सहायता करता है।
इमली मूत्र रोग में फायदेमंद (Tamarind beneficial in urinary tract): 10 ग्राम इमली के बीजों को सुबह पानी में भिगो दें। रात में छिलका उतारकर भीतरी सफेद मींगी को पीसकर गाय के दूध के साथ पिएं। इससे बार-बार पेशाब आने की परेशानी में फायदा होगा।
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