नारियल तेल में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों होते है। (Coconut oil has sufficient nutrients) साधारणतया नारियल तेल का प्रयोग बालों के लिए और शरीर की मालिश के लिए किया जाता है। दक्षिण भारत में नारियल तेल का इस्तेमाल खाना बनाने में किया जाता है। खाली पेट सुबह एक चम्मच नारियल तेल का सेवन करने से वजन कम होने के साथ कई बीमारियों से छूटकारा मिलता है। नारियल तेल में मौजूद लॉरिक एसिड शरीर की इम्यूनिटी और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करता है। यह शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है और पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है। रात को खाना खाने के एक घंटे बाद एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच नारियल तेल मिलाकर पीने से कब्ज दूर होती है।
ठंडी प्रकृति का होने के कारण यह त्वचा में होने वाली जलन और खुजली को शांत करता है और मॉइस्चराइज करके मुलायम बनाए रखता है। पसीने की दुर्गंध रोकने में सहायक है। नहाते समय अपनी बाल्टी में एक नीबू का रस और 4-5 बूंद नारियल तेल डाल कर नहाएं इससे पसीने से राहत मिलती है और दुर्गंध भी दूर होती है। माइक्रोबियल गुणों से भरपूर नारियल तेल गर्मियों में होने वाले दाद-खाज जैसे फंगल इन्फेक्शन से बचाता है। सूखे नारियल से बने तेल का इस्तेमाल भोजन पकाने के अलावा मालिश करने और सौंदर्य के तौर पर भी किया जाता है। इसमें मौजूद विटामिन और मिनरल्स की वजह से इसे खाना स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है।
नारियल तेल विषाक्त तत्वों को बाहर करता है (Coconut oil flushes out toxins): नारियल तेल में मौजूद तत्व शरीर में जाकर विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। ( The elements present in coconut oil help in getting out the toxins in the body) इसके लिए एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच नारियल का तेल और आधा नींबू का रस डालकर पी लें।
नारियल तेल वजन कम करने में सहायक (Coconut oil helps in reducing weight): नारियल तेल वजन कम करने में सहायक होता है अगर इसका प्रयोग संतुलित और निश्चित मात्रा में किया जाए। नारियल तेल में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो शरीर में पहुंचते ही मेटाबॉलिज्म को तेज कर देते हैं। इसलिए सुबह खाली पेट एक चम्मच नारियल तेल का सेवन करें।
नारियल तेल इम्यूनिटी के लिए (Coconut oil for immunity) : नारियल तेल में कैप्रिक एसिड, लॉरिक एसिड, कैप्रीलिक एसिड पाया जाता है। जो तेजी से इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता हैं। इसलिए रोजाना एक चम्मच नारियल का तेल एक कप ग्रीन टी में डालकर पी लें। (मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता जरूरी)
नारियल तेल पाचन के लिए उत्तम (Coconut oil good for digestion) : नारियल तेल में एंटी बैक्टीरियल गुण होते है जो अपच के कारण बनने वाले बैक्टीरियों से लड़ता है। जिससे पाचन तंत्र सही प्रकार से काम करने लगता है।
नारियल तेल से भूख पर नियंत्रण (Controlling appetite with coconut oil): नारियल तेल के सेवन से भूख को नियंत्रित किया जा सकता है। प्रतिदिन नाश्ते में स्मूदी के अंदर नारियल तेल का प्रयोग करते हैं, तो भूख को नियंत्रित कर सकते हैं।
नारियल तेल से ऊर्जावान (Energized with coconut oil): नारियल तेल का उपयोग शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में भी किया जाता है। नारियल तेल में पाई जाने वाली खूबियां इसे ऊर्जा के लायक बनाती हैं। (विटामिन बी2 मतलब फुर्ती)
नारियल तेल मधुमेह में लाभकारी (Coconut oil beneficial in diabetes): नारियल तेल खाने से मधुमेह संबंधित समस्याओं से राहत मिलती है। नारियल तेल का प्रयोग टाइप -2 डायबिटीज को कण्ट्रोल करने में ज्यादा होता है।
नारियल तेल से कोलेस्ट्रॉल, रक्तचाप पर नियंत्रण (Cholesterol, blood pressure control with coconut oil): नारियल तेल के प्रयोग से कोलेस्ट्रॉल में कमी और उच्च रक्तचाप के कम सहायक होता है। उच्च रक्तचाप को कम करके टाइप- 2 डायबिटीज के खतरे को काम किया जा सकता है। (कोलेस्ट्रॉल कैसे प्रभावित होता है?)
नारियल तेल स्वस्थ हृदय के लिए (Coconut oil for healthy heart): नारियल तेल के सेवन से हृदय स्वस्थ बनता है। अच्छे आहार में पॉली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड जैसे कि नारियल तेल को शामिल करने से हृदय रोगों का खतरा कई गुना तक कम हो जाता है। (कैसे रखें स्वस्थ हृदय)
नारियल तेल अल्जाइमर से रखे दूर (Keep coconut oil away from Alzheimer's): अल्जाइमर में रोगी की याददाश्त धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है। नारियल तेल को सैचुरेटेड फैट का मुख्य स्रोत माना गया है। इसके प्रयोग से शरीर में कीटोन की मात्रा बढ़ती है जो स्वस्थ मस्तिष्क के लिए जरूरी है। कीटोन एक प्रकार का उच्च ऊर्जा वाला फ्यूल है जो मस्तिष्क मजबूत करता है।
नारियल तेल दांतों को रखे मजबूत (Coconut oil keeps teeth strong): नारियल तेल के इस्तेमाल से दांतों को स्वस्थ रख सकते हैं। नारियल तेल को हम माउथवॉश के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए नारियल तेल में बेकिंग सोडा और पीपरमिंट की कुछ बूंदों को मिक्स करके टूथपेस्ट की जगह इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे दांत सफेद रहेंगे और मुंह से बदबू दूर हो जाती है।
नारियल तेल गठिया में लाभकारी (Coconut oil beneficial in arthritis): नारियल तेल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। नारियल तेल गठिया को दूर करने महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
नारियल तेल से स्वस्थ किडनी (Healthy kidney with coconut oil) : नारियल तेल के प्रयोग से न सिर्फ उच्च रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है, बल्कि किडनी में आ रही समस्याओं को दूर किया जाता है।
नारियल तेल फंगल संक्रमण से बचाव (Coconut oil prevent fungal infection): (फंगल इंफेक्शन) फंगल संक्रमण से बचाने में त्वचा की मदद करता है। नारियल तेल में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो फंगल संक्रमण से त्वचा की रक्षा करता है। नारियल तेल में वायरल संक्रमण से बचाव हेतु एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाने के कारण ही नारियल तेल संक्रमण वाली बीमारियों से बचाने में सहायक होता है।
नारियल तेल थायराइड के लिए (Coconut oil for thyroid) : थायराइड एक ऐसी बीमारी है जिसमें गले के निचले हिस्से में सूजन आ जाती है। नारियल तेल का उपयोग से राहत मिलती है।
नारियल तेल से मिर्गी के दौर में नियंत्रण (Control of epilepsy with coconut oil): नारियल तेल में मौजूद एमसीटी केटोजेनिक डाइट (मिर्गी के दौरे में दी जाने वाली एक डाइट) का एक बढ़िया स्रोत माना जाता है। जब यह यकृत में पहुंचते हैं तो सीधे केटोजेनिक डाइट में टूट जाते हैं और मस्तिष्क को आवश्यक ऊर्जा प्रदान करते हैं जो दौरे से पीड़ित व्यक्तियों के लिए बहुत उपयोगी होती है।