हमारे शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति कहाँ से मिलती है? शरीर कई प्रकार की बीमारियों और इन्फेक्शन से लड़ता है। यह बीमारियों से लड़ने के लिए शरीर की सेल्स को भी बदल देती है। इम्युनिटी हर तरह के संक्रमण से लड़ती है, फेफड़ों में होने वाली धूल को साफ करने के साथ-साथ कैंसर की कोशिकाओं के प्रभाव को खत्म करती है। मजबूत इम्युनिटी कैंसर जैसी घातक बीमारी से भी लड़ सकते हैं। रक्षा-कवच भी कहा जाता हैै। रोग प्रतिरोधक क्षमता हमें कई बीमारियों से सुरक्षित रखती है। ऐसी कई बीमारियां होती हैं जिनसे हमारा शरीर खुद ही ठीक कर लेता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने पर बीमारियों का असर जल्दी होता है। ऐसे में शरीर कमजोर हो जाता है और हम जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते है।
कमजोर इम्युनिटी (Weak Immunity): कई लोग समान्यतः से अधिक बीमार रहते है उनकी बॉडी में उतनी क्षमता नहीं होती कि इन्फेक्शन और वायरस से लड़ सके। रोग प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर होना होता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने के कई कारण होते है खानपान की लापरवाही की वजह से होता है, कई बार नशा करने की गलत आदतों के चलते और कई बार यह जन्मजात कमजोरी की वजह से भी होता है। एंटीऑक्सिडेंट होता है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है। यह एंटीऑक्सिडेंट्स, बी विटामिन और जस्ता का एक बड़ा स्रोत है। गेहूं की जर्म में प्रोटीन, फाइबर और कुछ स्वस्थ वसा का एक बड़ा संयोजन भी होता है। हमारे शरीर को प्रतिरक्षा की बहुत आवश्यकता होती है, तभी यह विभिन्न प्रकार के रोगों और इन्फेक्शन से लड़ सकता है, इसलिए जरुरी है कि अपने शरीर का ध्यान रखें, हेल्दी डाइट लें और अपने इम्यून सिस्टम और इम्युनिटी का ख्याल रखें।
मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए ग्रीन टी और ब्लैक टी (Green tea and black tea for strong immunity): दोनों ही इम्यून सिस्टम के लिए फायदेमंद होती है। लेकिन प्रतिदिन 1-2 कप ज्यादा मात्रा में इसके सेवन से नुकसान हो सकता है।
दही मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए (Yoghurt for strong immunity): दही इम्यून पावर बढ़ती है और पाचन तंत्र को भी बेहतर रखने में मददगार होती है।
ओट्स मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए (Oats for strong immunity): ओट्स में पर्याप्त मात्रा में फाइबर्स पाए जाते है ओट्स में एंटी-माइक्राबियल गुण भी होता है। प्रतिदिन ओट्स का सेवन करने से इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है।
कई बीमारियां को शरीर खुद ही ठीक कर देता है (The body itself cures many diseases
विटामिन डी मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए (Vitamin D for strong immunity): विटामिन डी बहुत महत्वपूर्ण होता है विटामिन डी से कई रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है। साथ ही हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए और दिल संबंधी बीमारियों को दूर रखने के लिए भी विटामिन डी बहुत जरूरी है।
जल मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए (Water for strong immunity): जल एक प्राकृतिक औषधि है।प्रचुर मात्रा में शुद्ध जल के सेवन से शरीर में जमा कई तरह के विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। पानी या तो सामान्य तापमान पर हो या फिर थोड़ा गर्म।
सर्दी के मौसम में गिरीदार फलों का सेवन फायदेमंद होता है (Consuming nuts in winter season is beneficial): इन्हें रात भर भिगोकर रखने व सुबह चाय या दूध के साथ, खाने से आधे घंटे पहले लेने से बहुत लाभ होता है।
मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए अंकुरित अनाज (Sprouted grains for strong immunity): मूंग, मोठ, चना या भीगी हुई दालों का भरपूर मात्रा में सेवन करें। अनाज को अंकुरित करने से उनमें उपस्थित पोषक तत्वों की क्षमता बढ़ जाती है। यह पचाने में आसान होते हैं।
शरीर को शक्ति कहां से मिलती है (Where does the body get its strength)
• सलाद जरूर खाना चाहिए यह भोजन पाचन के लिए जरूरी होता है ककड़ी, टमाटर, मूली, गाजर, प्याज, चुकंदर आदि को सलाद में ले सकते है। इनमें नमक न डालें क्योंकि इनमें प्राकृतिक रूप से मौजूद नमक हमारे लिए पर्याप्त होता है।
• मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए अनाज, गेहूं, ज्वार, बाजरा, मक्का जैसे अनाज खाने से कब्ज नहीं रहती और प्रतिरोध क्षमता बनी रहती है।
• मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए तुलसी एंटीबायोटिक दर्द निवारक और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी फायदेमंद है। प्रतिदिन सुबह कुछ तुलसी के पत्तों का सेवन करें।
• मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए पर्याप्त नींद जरूरी प्रत्येक व्यक्ति को अपने कार्य के हिसाब से नियमित रूप से निर्धारित घंटो में सोना बहुत आवश्य है। पर्याप्त नींद न लेना कई बीमारियों की संभावना हो सकती है। यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करत देता है।
मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए योगासन-प्राणायाम (Yogasana-pranayama for strong immunity)
मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए योगासन-प्राणायाम (Yogasana-Pranayama): व्यायाम हमारे शरीर को स्वस्थ्य रखता है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने की दृष्टि से योगासन और प्राणायाम सबसे अच्छे उपाय हैं। नियमित रूप से व्यायाम करने से शरीर के भीतर हार्मोन संतुलन कायम करने में मदद मिलती है।
मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए तनाव मुक्त (Stress free for strong immunity): स्वयं को तनावमुक्त करने के लिए ध्यान साघना, गहरी सांस लेना, तनाव से बचाव के लिए योग, अच्छी किताबो को पढना, लोगो के साथ समय बिताना, अच्छी जगहों पर घुमने जाना और खुलकर हँसाना जैसे गतिविधियां तनावमुक्त करती है।
नेचुरल तरीके से इम्यूनिटी बढ़ाना ही सर्वोत्तम उपायों में एक है जो हर मौसम में संक्रमण से बचा सकता है।(Naturally ways to increase immunity)
खट्टे फल संक्रमण से बचा सकते है (Citrus fruits can protect against infection): श्वेत रक्त कोशिकाएं यानी व्हाइट ब्लड सेल्स शरीर को सामान्य संक्रमणों और बीमारियों से बचाने के लिए जानी जाती हैं, लेकिन शरीर खुद इनका उत्पादन नहीं कर पाता है। विटामिन सी को सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाने के लिए कारगर माना जाता है। विटामिन सी का सेवन बढ़ाने के लिए रोजाना खट्टे फल जैसे संतरे और अंगूर का सेवन करें।
ब्रोकली संक्रमण से बचा सकता है (Broccoli can protect against infection): हरे रंग की सब्जी में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई और बहुत सारे फाइबर होते हैं। यह एंटीऑक्सिडेंट यौगिकों में भी समृद्ध होती है। यहं इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण होती है।
लहसुन संक्रमण से बचा सकता है (Garlic can protect against infection): लहसुन कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के लिए जानी जाती है। लहसुन ब्लड प्रेशर को प्रबंधित करने और धमनियों को सख्त होने से रोकने में मदद कर सकती है। लहसुन को पहले ही फ्लू और इंफेक्शन से लड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है. आप भी लहसुन का सेवन कर नेचुरल तरीके से इम्यून सिस्टम को बेहकर कर सकते हैं।
अदरक संक्रमण से बचा सकता है (Ginger can protect against infection): अदरक में पाया जाने वाला एक यौगिक खांसी, गले में खराश और सूजन वाली बीमारियों से लड़ने में प्रभावी माना जाता है। अदरक कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और स्थिर करने में भी मदद करता है।
हल्दी संक्रमण से बचा सकता है (Turmeric can protect against infection): हल्दी का उपयोग सदियों से सूजन और संक्रमण से लड़ने के लिए उपचारात्मक प्रयोगों में किया जाता रहा है। हल्दी में कर्क्यूमिन यौगिक की उच्च मात्रा होती है यह एंटीऑक्सिडेंट में समृद्ध होती है। हल्दी हृदय रोगों, कैंसर और अल्जाइमर रोग को रोकने में भी मदद करती है।
स्वस्थ स्वास्थ्य के लिए विटामिन जरूरी हैं (Vitamins are essential for healthy health in hindi)