सभी विटामिन्स स्वस्थ स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक होते है। यह शरीर की कार्यप्रणाली को सही तरह से संचालित करने में मददगार होते है और बीमारियों से भी दूर रखते है। शरीर को प्रमुख रूप से 13 विटामिन्स की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है। विटामिन ई भी अन्य विटामिन्स की तरह बेहद महत्वपूर्ण होता है। यह एक फैट सॉल्यूबल एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है इसके साथ-साथ यह शरीर में एंजाइम्स की गतिविधि को नियंत्रित करता है। विटामिन ई वसा में घुलनशील विटामिन है। यह एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में भी कार्य करता है। इसके आठ अलग-अलग रूप होते हैं।
विटामिन ई में एंटीऑक्सीटेंड्स पाया जाता है जो स्किन के लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है। यह स्किन की ऊपरी परत को पोषण और सुरक्षा देने का काम करता होता है। विटामिन ई स्किन में रूखापन आने ही नहीं देता और साथ में झुर्रिर्यो की समस्या को भी दूर करता है। त्वचा के जो टिशू डैमेज हो चुके होते है वह उनको ठीक करता है। विटामिन ई सूरज की यूवी किरणों के प्रभाव को रोकता है और स्किन को नुकसान नहीं होने देता। इसीलिए बाजार में विटामिन ई के कैप्सूल भी मिलते है जिन्हें क्रीम में लगाकर इस्तेमाल किया जाता है। अगर त्वचा अत्यधिक रूखी है तो विटामिन ई लगाने और खाने से बदलाव नजर आता है। विटामिन ई बादाम, एवोकैडो, ऑलिव ऑयल, कीवी और टमाटर में भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
विटामिन ई की आवश्यकता (Vitamin E Requirement)
1 से 3 वर्ष 6 मिलिग्राम प्रतिदिन
4 से 8 वर्ष 7 मिलिग्राम प्रतिदिन
9 से 13 वर्ष 11 मिलिग्राम प्रतिदिन
14 वर्ष से ऊपर 15 मिलिग्राम प्रतिदिन
विटामिन ई की कमी के लक्षण (Symptoms Of Vitamin E Deficiency)
विटामिन ई की उपयोगिता (Vitamin E Utility)
सेल्स को डैमेज होने से भी रोकता है (It also prevents the cells from getting damaged): शरीर को कई हेल्थ प्रॉब्लम से बचाव होता है। यह लाल रक्त कणिकाओं के निर्माण में भी सहायता करता है।
आंखों के रोशनी बढ़ाता है (Enhances eyesight): विटामिन ई दूसरे एंटी ऑक्सीडेंट्स के साथ मिलकर मैक्यूलर डीजनरेशन से बचाता है। यह रेटिना की सुरक्षा भी करता है।
विटामिन ई ब्रेस्ट कैंसर की संभावना को कम कर देता है (Vitamin E reduces the chance of breast cancer): जब इम्यून सेल्स ऑक्सिजन के सम्पर्क में आते हैं तो वे खराब हो जाते हैं और फ्री रेडिकल्स बन जाते हैं। फ्री रेडिकल शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। डाइट में Vitamin-E जरूर होना चाहिये। विटामिन ई एलर्जी की रोकथाम में भी उपयोगी है।
विटामिन ई इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है (Vitamin E strengthens the immune system): शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों (Nutrients) की जरूरत होती है जिनमें विटामिन (Vitamin) और मिनरल्स सबसे अहम हैं. विटामिन्स न केवल बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं बल्कि इम्यून सिस्टम (Immune System) को वायरस और बैक्टीरिया से बचाते हुए उसे स्ट्रॉन्ग भी बनाते हैं। अगर विटामिन्स की कमी शरीर में होने लगे तो बॉडी धीरे धीरे काम करना बंद कर देती है और शरीर को कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं। शरीर के लिए सभी प्रकार के विटामिन्स जरूरी है लेकिन इनमें विटामिन ई की अपनी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
विटामिन ई शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है। (Vitamin E controlled cholesterol levels in the body): जैतून का तेल फायदेमंद होता है। लेकिन इस तेल के लाभों में विटामिन ई का भी विशेष योगदान होता है। जैतून को फल या तेल के रूप में प्रयोग कर विटामिन ई की आवश्यकता को पूरा किया जाता है। यदि लगभग 8 ग्राम जैतून का सेवन किया जाता है तो इससे 0.1 मिलीग्राम विटामिन ई प्राप्त होता है। जैतून में ओलेइक एसिड होता है यह जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित कर दिल को स्वस्थ रखने में सहायता करता हैै।
विटामिन ई शरीर के एंजाइम पर नियंत्रण रखता है (Vitamin E Controls The Body's Enzymes)
ब्रोकली में विटामिन ई (Vitamin E in Brocley): ब्रोकोली विटामिन ई की कमी को दूर करता है। यह विटामिन ई के सबसे समृद्ध स्रोतों में से एक है। यह हड्डियों और त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
पपीता में विटामिन ई (Vitamin E in Papaya): पपीता में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते है।यह कई बीमारियों से शरीर की देख-रेख करते है। इसके अलावा पपीता अपाचन और सूजन में मदद करता है।
सरसों में विटामिन ई (Vitamin E in mustard): विटामिन ई के लिए सरसों का साग महत्वपूर्ण होता है। इनमें विटामिन ई, फोलेट और विटामिन ए, विटामिन सी और के, आदि अच्छी मात्रा में होते है।
विटामिन ई समृद्ध प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए (Vitamin E For Enriched Immune System)
विटामिन ई के लिए शतावरी (Asparagus for Vitamin E): शतावरी में विटामिन सी, बीटा कैरोटीन, जिंक, मैंगनीज और सेलेनियम पूर्ण मात्रा में होते है। यह कैंसर को रोकने में भी सहायक होता है। इसके अलावा शतावरी के फायदे मधुमेह और पाचन में भी होते है।
विटामिन ई के लिए लाल शिमला मिर्च (Red capsicum for vitamin E): लाल शिमला मिर्च में कैप्सेसिन होता है। यह रक्त कोशिकाओं को स्वस्थ रखने और रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद करता है। यह विटामिन ई का अच्छा स्रोत माना जाता है। शिमला मिर्च में भी विटामिन ई मौजूद होता है। यदि 149 ग्राम लाल या हरी शिमला मिर्च का सेवन करते है तो इससे आपको 2.4 मिलीग्राम विटामिन ई प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त शिमला मिर्च में कुछ ऐसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते है जो आंखों के लिए अच्छा होते है।
विटामिन ई के लिए कीवी (Kiwi for Vitamin E): कीवी में विटामिन ई समृद्ध है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करता है। कीवी फल में सेरोटोनिन भी होता है। यह नींद को प्रेरित कर अनिद्रा का इलाज करने में मदद करता है।
खूबसूरती के लिए विटामिन ई (Vitamin E For Beauty)
काले दाग धब्बे का दुश्मन (Enemy of Dark Spots): चेहरे के दाग हटाने में विटामिन ई त्वचा की स्वाभाविक रूप से रक्षा करता है। बढ़ती उम्र और सूरज की किरणों के हानिकारक प्रभाव से बचाता है। विटामिन ई की मदद से आप अपने चेहरे के दाग और निशान भी मिटा सकते है।
काले धब्बे गायब (Dark Spots Disappear): त्वचा पर काले धब्बे होने लगते हैं, यह काले धब्बे पिगमेंटेशन के कारण होते है। जो हार्मोन और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण होते है। कई बार स्किन पर काले धब्बे खराब जीवनशैली और पर्यावरण के कारण भी हो जाते हैं। कई बार खराब लीवर और फ्री रेडिकल के डैमेज होने पर डार्क स्पाट आने लगते हैं। यदि ऐसा हो रहा है तो आप हरी सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा सेवन कर सकते हैं। इससे डार्क स्पाट कम हो जाते हैं। आप ऑलिव ऑयल में विटामिन ई कैप्सूल भी मिलाकर लगा सकते हैं। इससे भी डार्क स्पाट कम हो जाते है।
फटे होंठों की खिल-खिलाहट : (Cracked lips will no longer be a problem): फटे होंठों को ठीक करने के लिए विटामिन ई का इस्तेमाल कर सकते हैं। विटामिन ई का प्रयोग अपने होठों पर कर सकते है। इससे ज्यादा असर पड़ता है। इसके लिए एक कटोरी में आधा चम्मच नींबू के रस में विटामिन ई कैप्सूल का तेल मिलाकर लगाना चाहिए। बिस्तर पर जाने से पहले इस मिश्रण का उपयोग करना चाहिए।
विटामिन ई डार्क सर्कल, आंखों, बालों समस्या दूर करता है (Vitamin E Removes Dark Circles, Eyes, Hair Problems)
विटामिन ई से नहीं बचेंगे आंखों के डार्क सर्कल (Eye dark circles will be removed with vitamin E): आंखों को उनके नीचे मौजूद डार्क सर्कल विटामिन ई दूर करता है।
विटामिन ई दो मुंहे बालों का इलाज (Vitamin E split hair treatment): विटामिन ई बालों को मजबूत बनाने में और दो मुंहें बालों को ठीक करने में सहायता करता है। यदि बाल टूट रहे हैं तो नारियल तेल के साथ विटामिन ई का तेल मिलाकर मालिश करनी चाहिए। अगर बाल हल्के हो रहे है तो विटामिन ई कैप्सूल के साथ एक चम्मच अरंडी का तेल मिलाकर बालों में लगाइये।
तेज दिमाग के लिए विटामिन ई (Vitamin E For Fast Mind)
विटामिन ई के लिए बादाम (Almond for Vitamin E): बादाम सिर्फ आपके दिमाग के लिए ही अच्छे नहीं होते बल्कि इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते है। इसमें विटामिन ई की प्रचुरता है। अगर आप लगभग 95 ग्राम बादाम का सेवन करते हैं तो इससे आपको 24.9 मिलिग्राम विटामिन ई प्राप्त होता है।
विटामिन ई के लिए मूंगफली (Peanut for Vitamin E): मूंगफली में भी विटामिन ई पाया जाता है। अगर इसक अपनी डेली डाइट में शामिल करते हैं तो इससे आपको कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। जैसे इसमें विटामिन ई के अतिरिक्त फाइबर भी मौजूद होता है जो वजन घटाने में सहायक होता है। इसके अतिरिक्त इसमें गुड फैट व मैग्नीशियम पाया जाता है जो बोन्स को बिल्डअप करने में अहम भूमिका निभाता है।
विटामिन ई के लिए सूरजमुखी (Sunflower for Vitamin E): विटामिन ई के लिए सूरजमुखी के बीज विटामिन ई का एक बेहतरीन स्त्रोत है। मात्र 46 ग्राम सूरजमूखी के बीजों का सेवन करने से आपको लगभग 15.3 मिलीग्राम विटामिन ई प्राप्त होता है। इतना ही नहीं, सूरजमूखी के बीजों में एंटीऑक्सीडेंट उच्च मात्रा में पाए जाते हैं और अगर इसे डेली डाइट में शामिल किया जाए तो इससे व्यक्ति को हार्ट डिसीज व कैंसर होने की संभावना न के बराबर हो जाती है।
स्वस्थ स्वास्थ्य के लिए विटामिन जरूरी हैं -Vitamins are essential for healthy health in hindi)