बालों के झड़ने और सफेद होने से हर कोई परेशान है। इसे रोकने के लिए लोग कई तरह के उपाय करते हैं। ऐसे में काला तिल बालों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। काले तिल को अक्सर लोग खाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड के बालों के विकास और कोलेजन को बूस्ट करने में मदद करता है। साथ ही बालों को अंदर से हाइड्रेट करता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और सफेद बालों की समस्या नहीं होती है।
» बालों को अंदर से मॉइस्चराइज करने के लिए काले तिल का इस्तेमाल कर सकते हैं। तिल का पेस्ट बालों को अंदर से मॉइस्चराइज करता है और ड्राई स्कैल्प को कम करता है। साथ ही इसका एंटी बैक्टीरियल गुण बालों से डैंड्रफ को दूर होता है।
» काले तिल में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड होता है जो कि बालों की चमक बढ़ाने में मददगार है। बालों को अंदर से मजबूत और मुलायम करने में मदद करता है।
» काले तिल का तेल बालों में लगाने से बालों का झड़ना कम हो सकता है। यह ड्राईनेस को कम करता है और बालों को अंदर से मॉइस्चराइज करने में मदद करता है। इससे बालों का हाइड्रेशन बढ़ता है और बालों का झड़ना कम हो जाता है।
काले तिल स्वस्थ-स्वास्थ्य के हितकारी (Black sesame beneficial for healthy health)
काले तिल त्वचा के लिए फायदेमंद होते है (Black sesame is beneficial for skin): काले तिल के फायदे त्वचा को स्वस्थ बनाने के लिए भी हो सकता है। काले तिल में सेसमिन और सेसमोलिन नामक यौगिक शरीर में विटामिन-E की मात्रा को बढ़ा सकते हैं। विटामिन-E त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी माना जाता है। इसके अलावा काले तिल के उपयोग से स्किन को जवां रखने और त्वचा रोग से बचे रहने में भी मदद मिल सकती है।
काले तिल रक्तचाप की समस्या दूर करते है (Black sesame removes the problem of blood pressure): काले तिल रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। उच्च रक्तचाप से ग्रसित लोगों की डाइट में रोजाना काले तिल को शामिल करने चाहिए। काले तिल में मौजूद लिगनेन के एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव के कारण लोगों का ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम हुआ, जिसके परिणाम स्वरूप लोगों के रक्तचाप में भी सुधार होता है।
काले तिल इम्यूनिटी को बढ़ाता है (Black sesame seeds boost immunity): काले तिल का उपयोग शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। काले तिल में पाए जाने वाला कॉपर शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट की तरह कार्य करता है। इस प्रभाव से इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद मिलती है।
काले तिल मधुमेह को नियंत्रित करता है (Black sesame controls diabetes): काले तिल को मधुमेह के उपचार में इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए काले तिल में पाए जाने वाले एंटी-डायबिटिक गुण सहायक हो सकता है। इस प्रभाव को ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने के लिए जाना जाता है।
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