शरीर के किसी भी अंग में सफेद धब्बे होना जिसे सफेद दाग कहा जाता है। (White spots in any part of the body called white spots) स्किन में रंग बनने वाली कोशिकाएं खत्म होने के कारण यह सफेद दाग होते हैं। (These stains become white due to the elimination of cells in the skin) ये कोशिकाएं मेलेनोसाइट्स कहलाती है। (These cells are called melanocytes) यह सफेद दाग शरीर में किसी भी जगह हो सकते हैं। समय से पहले सिर के बाल, भौहें, पलकें, दाढ़ी के बालों का रंग उड़ जाता है या सफेद हो जाती है। यह एक ऑटो इम्यून डिजीज है जिसमें व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता उसकी त्वचा को नुकसान पहुंचाने लगती है। यह शरीर के इम्यून सिस्टम की कार्य प्रणाली में होने वाली गड़बड़ी का परिणाम है।
ऐसी स्थिति में त्वचा की रंगत निर्धारित करने वाले मेलेनोसाइट्स नामक सेल्स धीरे-धीरे नष्ट होने लगते हैं। इसके कारण त्वचा पर सफेद धब्बे नजर आने लगते हैं। प्रायः यह वात, कफ के कारण होते हैं पर यह समस्या होंठों और हाथ-पैरों पर दिखाई देती है। इसके अलावा शरीर के कई अलग-अलग हिस्सों पर भी ऐसे दाग नजर आ सकते हैं। यह एक प्रकार का चर्म रोग है जिससे शरीर के किसी अंदरूनी हिस्से को कोई भी नुकसान नहीं पहुँचता। विटिलिगो एक प्रकार का त्वचा रोग है लेकिन विटिलिगो किसी भी उम्र में शुरू हो सकता है।
यह दाग धीरे-धीरे काफी बड़ा हो जाता है। इससे ग्रस्त व्यक्ति को कोई शारीरिक परेशानी, जलन या खुजली नहीं होती। शरीर के सिर्फ एक हिस्से या किसी एक भाग में विटिलिगो के इस प्रकार को सेगमेटल विटिलिगो कहा जाता है। यह खासतौर पर कम उम्र में ही हो जाता है जो एक या दो साल तक बढ़ता है फिर कम हो जाता है। फैमिली हिस्ट्री, यानी अगर पैरेंट्स सफेद दाग से पीड़ित रहे हैं तो बच्चों में इसके होने की आशंका रहती है। एलोपेशिया एरियाटा यानी वह बीमारी, जिसमें छोटे-छोटे गोले के रूप में शरीर से बाल गायब होने लगते हैं। सफेद दाग मस्से या बर्थ मार्क बच्चे के बड़े होने के साथ-साथ आस-पास की स्किन का रंग बदलना शुरू कर देता है।
मेलानिन के कारण तय शरीर का रंग
(Body color fixed due to melanin)
शरीर का रंग मेलेनिन के कारण निर्धारित होता है। (The color of the body is determined by melanin) सफेद दाग वाले व्यक्ति के शरीर में एंटी बॉडी का विकास होता है, जिससे मेलानोसाइट्स नष्ट होने लगते हैं। इसी के कारण सफेद दाग की समस्या उत्पन्न हो जाती है। सभी दाग ल्यूकोडर्मा नहीं होते हैं। कई बार एलर्जी के कारण भी सफेद दाग की समस्या होती है। इसके अलावा एक्जीमा, फंगल संक्रमण के कारण भी त्वचा का रंग सफेद हो जाता है।
सफेद धब्बे थायराइड के कारण
(White spots due to thyroid)
कई बार शरीर में जरूरी मात्रा में विटामिन्स व मिनरल्स की कमी से भी सफेद दाग की समस्या हो जाती है। (Many times the lack of vitamins and minerals in the body is also a problem of white stains) संतुलित डायट न लेने की वजह से शरीर की त्वचा के रंग से थोड़े हल्के रंग के दाग हो सकते हैं। ये दाग पूरी तरह सफेद नहीं दिखते। कई बार किसी फंगल संक्रमण के परिणामस्वरूप भी त्वचा पर सफेद दाग की समस्या होती है।
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सफेद दाग के लिए घरेलू उपचार
(Home remedies for white stains)
सफेद दाग से अब नहीं शर्मिंदगी- तांबे के बर्तन का पानी (drink water from copper) : तांबे के बर्तन से पानी पीने से सफेद दाग से मिलती है राहत जिस व्यक्ति को सफेद दाग की समस्या हो जाए तो वह तांबे के बर्तन में रात को पानी भरकर उसका सुबह उठकर सेवन करने से ज्यादा फायदा मिलता है।
सफेद दाग से अब नहीं शर्मिंदगी- अदरक (Ginger) : अदरक भी सफेद दाग को कम करने में कारगर साबित हो सकता है। (Ginger can also be effective in reducing white stains) इसके लिए रोजाना थोड़ा अदरक का जूस पिएं। इसके अलावा खाली पेट थोड़ा सा अदरक का टुकड़ा का सेवन करें।
सफेद दाग से अब नहीं शर्मिंदगी- अखरोट (Walnuts) : अखरोट भी सफेद दागों को कम करने में कारगर साबित हो सकता है। (Walnuts can also be effective in reducing white spots) इसलिए रोजाना अधिक से अधिक मात्रा में इनका सेवन करें।
सफेद दाग से अब नहीं शर्मिंदगी- गौमूत्र (Gaumutra) : माना जाता है कि गौमूत्र में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो सफेद दाग को ठीक कर देते हैं। (Gaumutra is believed to have properties that cure white stains) इसके लिए रोजाना सुबह थोड़ा सा ताजा गौमूत्र का सेवन करें।
सफेद दाग से अब नहीं शर्मिंदगी- नारियल तेल (Coconut Oil) : नारियल में जीवाणुरोधी और संक्रमण विरोधी गुण भी पाए जाते हैं। (Coconut also has antibacterial and anti-infection properties) प्रभावित त्वचा पर दिन में 2 से 3 बार नारियल तेल से मसाज करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
सफेद दाग भी मिटेगा अभी शुरू कीजिए
(White spots will also be removed start now)
सफेद दाग से अब नहीं शर्मिंदगी- लाल मिट्टी (Red clay) : लाल मिट्टी में प्रचुर मात्रा में तांबा पाया जाता है (Abundant copper is found in red soil) जो मेलेनिन के निर्माण और त्वचा के रंग का पुनः निर्माण करने में मददगार है। इसे अदरक के रस के साथ मिलाकर लगाना चाहिए।
सफेद दाग से अब नहीं शर्मिंदगी- सेब का सिरका (Apple vinegar) : सेब के सिरके को पानी के साथ मिक्स करके प्रभावित त्वचा पर लगाएं। 1 गिलास पानी में 1 चम्मच सेब का सिरका मिलाकर लगाना चाहिए।
सफेद दाग से अब नहीं शर्मिंदगी- हल्दी और सरसों का तेल (Turmeric and Mustard Oil) : हल्दी और सरसों के तेल को मिलाकर बनाया गया मिश्रण दाग वाली जगह लगाने से राहत मिलती है। इसके लिए आप एक चम्मच हल्दी पाउडर लें। अब इसे दो चम्मच सरसों के तेल में मिलाए। अब इस पेस्ट को सफेद चकतों वाली जगह पर लगाएं और 15 मिनट तक रखने के बाद उस जगह को गुनगुने पानी से धो लें। ऐसा दिन में तीन से चार बार करें।
सफेद दाग से अब नहीं शर्मिंदगी- नीम-शहद (Neem-Honey) : एक चम्मच नीम के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर दिन में तीन बार सेवन करें। इस मिश्रण का सेवन लंबे समय तक करें इसके अलावा दो चम्मच अखरोट पाउडर में थोड़ा-सा पानी मिलाकर इसका पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को दाग वाली जगह पर 20 मिनट तक लगाकर रखें। ऐसा दिन में तीन से चार बार करें।
सफेद दाग से अब नहीं शर्मिंदगी- बथुआ (Bathua ) : सफेद दाग से ग्रस्त व्यक्ति को रोज बथुआ की सब्जी खानी चाहिए। बथुआ उबाल कर उसके पानी से सफेद दाग वाली जगह को दिन में तीन से चार बार धोयें। कच्चे बथुआ का रस दो कप निकालकर उसमें आधा कप तिल का तेल मिलाकर धीमी आंच पर पकायें जब सिर्फ तेल रह जाये तो उसे उतारकर शीशी में भर लें। इसे लगातार लगाते रहें।