वायु प्रदूषण से लड़ने के घरेलू उपाय
प्रदूषित हवा स्वास्थ्य के लिए समस्या बन गई है (Polluted air has became a health problem): बढ़ता प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए समस्या बन गई है, जिस हवा में हम जिंदा रहने के लिए सांस ले रहे हैं, वह प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है। जिन लोगों को सांस संबंधी परेशानी नहीं है, वह भी हॉस्पिटल के चक्कर काटते दिखाई दे रहे हैं। इसलिए कुछ पोषक तत्वों को अपने रूटीन में शामिल करके स्वस्थ रह सकते हैं। कुछ प्राकृतिक एंटी-ऑक्सिडेंट, जो बॉडी को इस खतरनाक प्रदूषण से लड़ने में मदद करेंगे।
प्रदूषित हवा फेफड़ों को कैसे नुकसान पहुंचाती है (How polluted air damages the lungs): प्रदूषित हवा सांस के साथ अंदर ले रहे हैं, उसमें ओजोन, नाइट्रोजन डाईऑक्साइड, बारीक कण, डीजल से निकले कण आदि होते हैं, जो हमारे फेफड़ों में बैठ जाते हैं। लंग्स के परत पर उपस्थित बचाने वाले एंटी-ऑक्सिडेंट इन सब से तब तक लड़ते हैं, जब तक वह ज्यादा होते हैं। इसके बाद प्रदूषित कण इम्यून पर हमला कर देते हैं और बॉडी सेल फ्री रैडिकल बनाकर इंफ्लैमेशन का कारण बनते हैं। खाने से मिलने वाले एंटी-ऑक्सिडेंट जो आप खाते है वह बॉडी को वायु प्रदूषण से होने वाले हानिकारक प्रभावों से बचाने में क्या मदद कर सकते हैं।
वायु प्रदूषण से स्वयं बचाव करें (Protect yourself from air pollution): अपने घर के खिड़की दरवाजे बंद रखे अगा हो सके तो एक एयर प्यूरीफायर ले लें। यह घर के भीतर की हवा की गुणवत्ता को सही रखने में मददगार होता है। वायु प्रदूषण त्वचा को भी प्रभावित कर सकता है इसलिए कोशिश करें कि आप पूरी बाजू के कपड़े पहनें। घर से बाहर निकलते हुए चेहरे को अच्छी गुणवत्ता के मास्क से ढकें। नियमित समय अंतराल पर मास्क बदलते रहें। अगर बाहर जाकर सैर करते हैं या जॉगिंग करते हैं तो कुछ दिनों के लिए इससे बचें। कोशिश करें कि घर पर ही योगा जैसे व्यायाम करें। घर में ऐसे पौधे लगाएं जो प्रदूषण कम करने में मददगार हो। घर में एलो वेरा, लिली, स्नेक प्लांट, पाइन प्लांट, मनी प्लांट इत्यादि लगा सकते हैं। यह पौधे घर की हवा को साफ करने में मददगार हो सकते हैं।
वायु प्रदूषण के लिए गुड़ (Jaggery for air pollution): वायु प्रदूषण से बचने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी और फायदेमंद है गुड अपनी डाइट में गुड़ को शामिल करें। गुड़ में एंटी एलर्जिक गुण शामिल होते है इस कारण यह अस्थमा रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है। गुड़ में आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। आयरन खून में हीमोग्लोबिन का लेवल सामान्य करता है। जिस वजह से खून में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ जाता है। हर दिन गुड़ खाने से हवा में फैले प्रदूषण का सेहत पर ज्यादा असर नहीं होता है। इसलिए शायद हमारे बुजुर्ग हमेशा खाने के बाद गुड़ जरूर खाते हैं और साथ ही सबको गुड़ खाने की सलाह भी देते हैं। गुड़ खाने से शरीर को एनर्जी तो मिलती ही है साथ ही यह खांसी-जुकाम जैसी परेशानियों को भी दूर करता है।
वायु प्रदूषण के लिए विटामिन सी (Vitamin C for Air Pollution): विटामिन सी शरीर के लिए सबसे शक्तिशाली एंटी-ऑक्सिडेंट है। पानी में घुलने वाला यह विटामिन हमारी फ्री रैडिकल की सफाई करता है। विटामिन सी, विटामिन ई बनने में सहयोग करता है। फेफड़ों में इसके पर्याप्त स्तर को बनाए रखने के लिए अपने नियमित डाइट में विटामिन सी शामिल करना बहुत जरूरी है।
वायु प्रदूषण के लिएजैतून का तेल (Olive oil for air pollution): जैतून के तेल में विटामिन ई पाया जाता है जो फेफड़ों की समस्या को दूर कर इसके फंक्शन को बेहतर बनाता है। जैतून के तेल में पाया जाने वाला फैटी एसिड शरीर की सूजन को कम करता है। प्रदूषण के कारण होने वाली कार्डियोवस्कुलर हार्ट डिजीज समस्या से भी सुरक्षित रखता है।
वायु प्रदूषण के लिए अलसी (Flaxseed for air pollution): अलसी में भारी मात्रा में फाइटोइस्ट्रोजेन्स और ओमेगा 3 फैटी एसिड पाए जाते हैं। फाइटोइस्ट्रोजेन्स में एंटीऑक्सीडेंट प्रोपर्टीज मौजूद होती हैं जो अस्थमा और प्रदूषण के कारण होने वाली एलर्जी से सुरक्षित रखती हैं। प्रदूषण से सुरक्षित रखने के लिए अलसी सबसे ज्यादा कारगर साबित होती है।
वायु प्रदूषण के लिए हर्बल टी (Herbal tea for air pollution): हर्बल टी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में मौजूद टॉक्सिंस को बाहर निकालने में अहम भूमिका निभाते हैं। इसके साथ ही यह प्रदूषण के कारण होने वाली एलर्जी से भी सुरक्षित रखती है। घर पर भी तुलसी, अदरक, और नींबू के रस की मदद से हर्बल टी बना सकते है।
वायु प्रदूषण के लिए टमाटर (Tomatoes for Air Pollution): प्रदूषण के प्रभाव से बचने के लिए अपनी डाइट में टमाटर जरूर शामिल करें। इसमें लाइकोपीन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो प्रदूषण के कारण होने वाली सांस संबंधी समस्या से सुरक्षित रखता है।
वायु प्रदूषण के लिए पानी (Water for air pollution): सांसों से शरीर में पहुंचे जहर को बाहर निकालने के लिए पानी बहुत जरूरी है। इसलिए पानी पीना नहीं भूलें। दिन में तकरीबन 4 लीटर तक पानी पीएं। घर से बाहर निकलते वक्त भी पानी पीएं। इससे शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई सही बनी रहेगी और वातावरण में मौजूद जहरीली गैसें अगर ब्लड तक पहुंच भी जाएंगी तो कम नुकसान पहुंचाएंगी।
वायु प्रदूषण के लिए लहसुन (Garlic for Air Pollution): लहसुन में एंटीबायोटिक तत्व होते हैं जो प्रदूषण से लड़ने की क्षमता बढ़ाते हैं। इसलिए लहसुन को भी अपनी डाइट में शामिल करें।
आयुर्वेद लाइफस्टाइल बीमारियों से रखे दूर- Ayurveda Lifestyle keep away from diseases
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