मांसपेशियों में दर्द
(Ache in Muscles in hindi)
मांसपेशी में खिंचाव या तनाव (Muscle strain or stress) प्रभावित क्षेत्र में जलन, सूजन और दर्द जैसी समस्याओं का कारण बनता है। यह समस्या व्यक्ति की दैनिक गतिविधियों में रूकावट डाल सकती है। मांसपेशियों में दर्द एक छोटी सी झुंझलाहट से शुरू होता है (Muscle pain starts with a small annoyance) लेकिन कई बार यह स्वास्थ्य के लिए गंभीर भी हो जाता है। इससे पीड़ितों को अपने शरीर को पर्याप्त पानी से हाइड्रेटेड रखना होगा। अगर शरीर में पर्याप्त पानी नहीं रहेगा तो मांसपेशियां अकड़ जाएंगी। कई बार मांसपेशियों में दर्द किसी चोट, दुर्घटना, मांसपेशियों के अत्याधिक उपयोग, मांसपेशियों में तनाव या फिर किसी मेडिकल परिस्थितियों के कारण भी होता है। मांसपेशियों के दर्द को प्राकृतिक तरीके या फिर खास व्यायाम और मालिश के जरिए भी आप दूर कर सकते हैं।
मांसपेशियों में दर्द होना क्या होता है?
(What is Muscles Pain)
मांसपेशियों में जरूरत से ज्यादा दबाव पड़ने के कारण उनमें दर्द होता है। इसके कारण मात्र कुछ विशेष मांसपेशियों में दर्द होता है जो काम करते समय या इसके बाद शुरु हो सकता है। मांसपेशियों में खिंचाव किसी भी व्यक्ति को परेशान कर सकता है। यह मानव की सामान्य गतिविधियों के दौरान, मांसपेशियों के अचानक उपयोग के परिणामस्वरूप होता है। ऐसी गतिविधियां जो मांसपेशियों में खिंचाव का कारण बनती है और इसके जोखिम को बढ़ा सकती है।
मांसपेशियों के दर्द के लक्षण
(Symptoms of Muscles Pain)
शरीर के सभी हिस्से मांसपेशियों में उत्तक पाए जाते हैं। इसका मतलब है कि यह दर्द शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। इसके बहुत सारे लक्षण होते हैं जैसे-बहुत अधिक काम के बाद शरीर का पूरी तरह अकड़ जाना। शरीर में चोट लगना - शरीर में अगर कहीं चोट लग जाए तो यह मांसपेशी में दर्द का कारण बन सकता है। ज्यादा कसरत- एकदम से बहुत ज्यादा व्यायाम न करना भी मांसपेशी में दर्द का कारण बन सकता है। लम्बे समय तक खड़े या बैठे रहने एक ही स्थिति भी मांसपेशियों में आवश्यकता से अधिक दबाव मांसपेशी के दर्द कार कारण बन जाता है।
मांसपेशियों में दर्द के कारण
(Causes of muscles pain in hindi)
मांसपेशियों में दो प्रमुख रोग होते हैं (There are two major diseases in muscles) : मायल्गिया (Myalgia) यानी पेशियों की पीड़ा और मायस्थीनिया यानी पेशियों की दुर्बलता। यह एक भयानक रोग है। जब मांसपेशियों को अधिक परिश्रम करना पड़ता है, तो उनमें दर्द होना शुरू हो जाता है। मांसपेशियों में दर्द शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है।
खून की आपूर्ति से मांसपेशियों में दर्द (Blood recoupment) : जिन धमनियों के जरिए पैरों में खून पहुंचता है, अगर वह संकुचित हो जाएं तो इससे आपके पैरों की मांसपेशियों में ऐंठन आ सकती है जिसके कारण आपको व्यायाम करते समय गंभीर दर्द महसूस हो सकता है। जब व्यायाम करना बंद कर देते हैं तो यह ऐंठन और दर्द खुद ठीक हो जाते हैं।
नसों पर दबाव से मांसपेशियों में दर्द (Muscle pain due to pressure on nerves) : अगर रीढ़ की हड्डी की नसों पर दबाव पड़ रहा हो तो इसके कारण भी पैरों की मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द हो सकता है। यह दर्द चलने के साथ-साथ और गंभीर होता जाता है।
मांस पेशियों का दर्द की जड़
(Muscle root)
प्रोटीन की कमी से मांसपेशियों में दर्द (Muscle pain due to protein deficiency) : मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी होता है। प्रोटीन की कमी से भी मांसपेशियों में दर्द होने लगता है। प्रोटीनयुक्त प्राकृतिक खाद्य उत्पादों का सेवन करना चाहिए। इसके लिए अपने आहार में अंडे, चिकन, मछली और दालें आदि को शामिल करें।
पानी की कमी से मांसपेशियों में दर्द (Muscle pain due to lack of water): पानी हमारी मांसपेशियों में नमी को बनाये रखने में मदद करता है। इसकी कमी से मांसपेशियों में जकड़न, दर्द आदि हो सकता है। पानी शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद करता है।
मिनरल की कमी से मांसपेशियों में दर्द (Muscle pain due to mineral deficiency) : मांसपेशियों में दर्द मिनरल जैसे कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम की वजह से होता है। इसलिए शरीर में मिनरल की कमी बिल्कुल न होने दें।
मांसपेशियों में दर्द के उपाय
(Remedy for muscles aches in hindi)
मांसपेशियों के दर्द के लिए सरसों का तेल- (Mustard oil for muscle pain): सरसों का तेल को एक प्राकृतिक औषधि माना जाता है। इसके उपयोग से त्वचा की सतह पर रक्त प्रवाह को बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके उपयोग से मांसपेशियों की अकड़न और दर्द में मदद मिलती है।
मांसपेशियों के दर्द के लिए लाल मिर्च- (Cayenne pepper for muscle pain) : लाल मिर्च में सूजनरोधी और पीड़ा को दूर करने के गुण मौजूद होते है। इसकी मदद से मांसपेशियों में दर्द, अकड़न और सूजन कम होती है। लाल मिर्च को सलाद, सूप और अन्य आहार में ऊपर अलग से डालकर भी खा सकते है।
मांसपेशियों के दर्द के लिए खट्टी चेरी- (Sour cherries for muscle pain) : खट्टी चेरी मांसपेशियों के दर्द को कम करता है। खट्टी चेरी में कई एंटीऑक्सिडेंट और सूजनरोधी गुण होता हैं जो सूजन और मांसपेशियों में होने वाले दर्द को कम करने में मदद करते है।
मांसपेशियों के दर्द के लिए गर्म पानी- (Hot water for muscle pain) : गर्म पानी दर्द के शुरू होने के 24 घंटे बाद एक गर्म पानी से अपने प्रभावित क्षेत्रों पर सिकाई करें। इससे मांसपेशियों में दर्द नहीं होगा। ऐसा करने से रक्त के प्रवाह में वृद्धि होगी और उपचार प्रक्रिया को भी एक गति मिलेगी।
मांस पेशियों के दर्द से राहत दिलाए
(Relieve muscle aches)
मांसपेशियों के दर्द के लिए केला का फायदा- (Benefits of banana for muscle pain) : केला मांसपेशियों के दर्द को कम करने के लिए एक बहुत अच्छा घरेलु उपाय है। यह फल पोटेशियम का एक समृद्ध स्रोत है। पोटेशियम की कमी से मांसपेशियों में कमजोरी, थकान और ऐंठन शुरू होने लगती है।
मांसपेशियों के दर्द के लिए हल्दी फायदेमंद- (Turmeric beneficial for muscle pain) : हल्दी एक दर्द निवारक और सूजनरोधी गुण के रूप में कार्य करती ह। एक कप दूध में एक चम्मच हल्दी को मिला लें। इस मिश्रण को हल्की आंच पर गर्म करें बाद में पीयें।
मांसपेशियों के दर्द के लिए अदरक- (ginger for muscle pain) : अदरक एक प्राकृतिक सूजनरोधी गुण के रूप में कार्य करता है। रक्त परिसंचरण और रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है। अदरक के सेवन से मांसपेशियों का दर्द दूर होता है।
मांसपेशियों के दर्द के लिए सेब का सिरका- (Apple Cider Vinegar for Muscle Pain) : सेब का सिरका आपके मांसपेशियों के दर्द को दूर करने के लिए अच्छा उपाय है। इसमें सूजनरोधी और क्षारीय गुण भी होते हैं जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
मांसपेशियों के दर्द के लिए मैग्नीशियम सल्फेट से स्नान करें- (Take a bath with magnesium sulfate for muscle pain) : मैग्नीशियम सल्फेट मांसपेशियों के ऊतकों की सूजन को कम करता है। मांसपेशियों में होने वाले दर्द को भी दूर करता है। जब स्नान करने जाएं, तो पानी थोड़ा गुनगुना रखें। इस पानी में 1-2 कप ऐप्सम सॉल्ट मिलाएं और इसमें आधे घंटे के लिए आराम करें। ऐसा करने से मांसपेशियों के दर्द और ऐंठन से आराम मिलता है। शरीर को ऊर्जा महसूस होती है। तनाव कम होता है।
मांस पेशियों के दर्द से रहिए दूर
(Stay away from muscle pain)
मांसपेशियों के दर्द के लिए तेल मालिश करें- (Massage oil) : तेल से मालिश करने से मांसपेशियों में रक्त परिसंचरण बढ़ता है, जिससे मांसपेशियों को गर्मी मिलती है। यह लैक्टिक एसिड को दूर करता है। कई प्रकार के तेल जैसे पाइन, लैवेंडर, अदरक और पिपरमेंट का तेल मांसपेशियों के दर्द को कम करने में मदद करता है।
मांसपेशियों के दर्द के लिए तुलसी - (Tulsi to Get Relief from Muscle Pain) : मांसपेशियों के दर्द को दूर करने में तुलसी बहुत कारगर होती है। तुलसी में वात विकार को मिटाने के प्राकृतिक गुण होते हैं। तुलसी के रस को सरसों के तेल में मिलाकर दर्द वाले स्थान पर लगाने से तुरन्त राहत मिलती है।
गर्म सिंकाई मांसपेशियों के दर्द लिए - (Hot Compress to Get Relief from Muscle Pain) : गर्म सिंकाई का उपयोग मोच या ऐंठन, मांसपेशियों में जकड़न या ऐंठन के उपचार में किया जाता है। गर्मी से मांसपेशियों के दर्द में आराम मिलता है और मांसपेशियों की जकड़न कम होती है।
मांसपेशियों में दर्द के लिए केसर- (Saffron for muscular pain) : केसर न सिर्फ त्वचा के लिए, बल्कि सेहत के लिए भी उपयोगी है। केसर को औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मांसपेशियों में दर्द और खिंचाव से भी राहत दिला सकते है।
मांस पेशियों का शुद्ध इलाज
(Pure treatment of muscle)
मांसपेशियों में दर्द के लिए कैमोमाइल- (Chamomile for muscular pain) : मांसपेशियों में दर्द से राहत पाने के लिए कैमोमाइल अच्छा उपाय हो सकता है। इसमें सेडेटिव, एंटीस्पास्मोडिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी (sedative and antispasmodic, anti-inflammatory) गुण मौजूद हैं। यह मांसपेशियों को आराम देता है और सूजन को भी कम करने में मदद कर सकता है।
मांसपेशियों के दर्द के लिए व्यायाम – (Work out) : मांसपेशियों में दर्द और खिंचाव से बचने के लिए व्यायाम करना जरूरी है। ध्यान रहे कि जो भी एक्सरसाइज करें, वो विशेषज्ञ की देखरेख में ही करें। ज्यादा भारी एक्सरसाइज न करें, बल्कि आपको जो सूट करे वही एक्सरसाइज करें।
मांसपेशियों के दर्द के लिए योग – (Yoga) : योग से कई बीमारियां ठीक हो जाती हैं। कई लोग व्यायाम से ज्यादा योग करना पसंद करते हैं। मांसपेशियों में दर्द के लिए योग कर सकते है।
मांसपेशियों के दर्द के लिए सही खान-पान – (Perfect food) : पौष्टिक तत्वों की कमी भी मांसपेशियों में दर्द का कारण बन जाती है। इसलिए खाने-पीने का खास ध्यान रखें। अपनी डाइट में हरी-सब्जियों, फल व ड्राई फ्रूट्स को जरूर शामिल करें। साथ ही उन खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
आयुर्वेद लाइफस्टाइल बीमारियों से रखे दूर
- जमा चर्बी से जल्द ही छुटकारा
- तीन तरह से होता है डेंगू का बुखार
- यूरिक एसिड पर नियंत्रण घरेलू उपाय द्वारा
- सिर दर्द की वजह क्या है? इसके लिए घरेलू उपचार
- सुबह खाली पेट नींबू के साथ गुड़ के फायदे
- हार्ट ब्लॉकेज कभी नही हो सकता
- नसों में कमजोरी क्यों आती है?
- क्यों होते हैं पेट में कीड़े?
- कान दर्द कभी नहीं
- फंगल इंफेक्शन की परेशानी, अब नहीं रहेगी
- खुजली को कैसे दूर रखें
- सरलता से बुखार का उपचार
- फेफड़ों के कैंसर से बचने के उपाय
- मस्सा छुवा-छूत से होने वाला वायरस है
- मांसपेशियों में दर्द
- थायराइड की पहचान और उपाय
- कोलेस्ट्रॉल कैसे प्रभावित होता है?
- कैसे रखें स्वस्थ हृदय
- एसिडिटी आसानी से दूर होती है
- आम समस्या बन गई-यूरिक एसिड
- एसिडिटी है क्या? अब नहीं
- फेफड़ों को कैसे रखें स्वस्थ
- नाखूनों से बीमारियों के संकेत मिलते हैं
- मसूड़ों और दांतों की मजबूती का आयुर्वेदिक तरीका
- सर्दियां आते ही हड्डियों और जोड़ों में दर्द शुरू
- यूरिन इंफेक्शन के लक्षण, कारण, उपचार
- निमोनिया की जानकारी जरूरी
- इन फूड्स को बासी होने के बाद बिल्कुल न खाएं
- साइनस की जानकारी और इलाज
- कड़ी ठंड में पसीना ठीक नहीं होता
- वायु प्रदूषण से लड़ने के घरेलू उपाय
- ब्लैक फंगस की जानकारी और पहचान