एड़ियों के फटने का कारण विटामिन की कमी-Cracked heels due to vitamin deficiency

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एड़ियों के फटने का कारण विटामिन की कमी
(Cracked heels due to vitamin deficiency) 

मौसम में बदलाव आने के कारण एड़ियों का फटना आम समस्या है, लेकिन 12 महीने एड़ियों का फटे रहना ठीक लक्षण नहीं माना जाता है। दरअसल, कई बार विटामिंस की कमी और हार्मोनल डिसबैलेंस के कारण भी फटी एड़ियों की समस्या हो सकती है। ऐसे लोगों को इस दिक्कत को गंभीरता से लेने की जरूरत होती है, जो पूरे साल इस समस्या से परेशान रहते हैं। क्योंकि यह संकेत देते हैं कि आपके शरीर में विटामिंस की कमी बनी हुई है। हील्स की ड्राइनेस को दूर करने के लिए विटामिन सी और जिंक से भरपूर आहार का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। शरीर में विटामिन ए विटामिन बी और विटामिन सी की कमी के कारण पूरे साल एड़ियां फटी रहती हैं। जिन लोगों के शरीर में इन तीनों विटामिंस की कमी होती है उनकी एड़ियों के साथ-साथ पूरे शरीर की त्वचा रूखी बेजान और फटी नजर आती हैं। ये विटामिंस हमारी स्किन के लिए बहुत आवश्यक होती हैं। बताया जाता है कि यह सभी हमारी स्किन में कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करती हैं।

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फटी एड़ियों के मुख्य कारण (Causes of cracked heels)

• मौसम का ज्यादा शुष्क होने से त्वचा पर असर पड़ता है।
• थायरॉइड की बीमारी के कारण। 
• दूध का सेवन न करने के कारण। 
• अधिक गर्म पानी से नहाना के कारण। 
• विटामिन, मिनरल्स की कमी के कारण। 
• पैरों की देखभाल ठीक से नहीं करने के कारण। 
• पोषण रहित आहार न करने के कारण। 
• हरि पत्तेदार सब्जियां एवं फलों का सेवन न करने के कारण। 
• लम्बे समय तक खड़े रहने से भी एड़ियां फट सकती।
• एड़ियां फटने की मुख्य वजह शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण। 
• मोटापा भी इसकी एक वजह है। इससे शरीर का पूरा भार पैरों पर पड़ता है, जिससे एड़िया फट सकती हैं।
• बहुत देर तक चलने या एक ही जगह पर बहुत देर तक खड़े रहने से भी एड़ियां फट सकती हैं।
• डायबिटीज के कारण भी एड़ियां फट सकती हैं।
• बिना चप्पल पहने चलना, ज्यादातर सैंडल पहनना, एक ही तरह के फुटवियर पहनना, ऐसे जूते पहनना जिसकी फिटिंग सही न हो।

फटी एड़ियों को कोमल करना (Tips for cracked heels)

• एड़ियों सहित पैरों को गुनगुने पानी में 25-30 मिनट तक डालकर रखें और फिर इन्हें अच्छी तरीके से एक्सफोलिएट करने के बाद मॉइस्चराइज भी करें।  सप्ताह में 1 दिन इस प्रक्रिया को करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

•  तीन चौथाई मात्रा में गुलाब जल और एक चौथाई मात्रा में ग्लिसरीन लेकर मिश्रण बनाएं और कुछ देर तक एड़ियों पर लगा रहने दें उसके बाद गुनगुने पानी से साफ कर लें।

•  एक चम्मच चावल के आटे में 2 चम्मच शहद और 1 चम्मच नींबू का रस मिलाएं। अपने पैरों को 10-15 मिनट के लिए गर्म पानी में भिगोएं और फिर इन्हें 10 मिनट के लिए स्क्रब करें। 

•  नींबू के आधे टुकड़े और 3 चम्मच चीनी। अब नींबू को चीनी में डुबोएं और एड़ियों पर रोजाना तब तक स्क्रब करें जब तक कि सभी दाने त्वचा में पिघल न जाएं। इसे सूखने दें और फिर पानी से साफ करें।

•  फटी एड़ियों के लिए नीम और हल्दी बेहद लाभदायक है। हल्दी और नीम के पत्तों में मौजूद एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल गुण फटी एड़ियों की समस्या को खत्म करते हैं। इसके लिए नीम की पत्तियों का पेस्ट बना लें। फिर इस पेस्ट में हल्दी पाउडर मिला लें। रोजाना इसका इस्तेमाल करने से जरूर लाभ मिलेगा।

•  चम्मच जैतून का तेल लेकर इसे हल्का गर्म कर लें। अब कॉटन बॉल यानी रुई हाथ में लेकर उसे इस तेल में डुबोएं और इससे फटी एड़ियों के साथ ही पूरे तलुओं की मालिश करें। सप्ताह में दो बार ऐसा करें और बाकी दिन एक चम्मच ऑलिव ऑइल से पैरों की मसाज करें। सप्ताह भर में आपको फर्क नजर आ जाएगा।

•  नारियर तेल में ऐंटीबैक्टीरियल एलिमेंट्स होते हैं। साथ ही यह ऐंटीइंफ्लामेट्री भी होता है। यानी किसी तरह की सूजन या इंफेक्शन को नहीं फैलने देता है। अगर एड़ियों में रुखापन और हल्की दरारें हैं तो रात में सोने से पहले पैरों की मसाज नारियल तेल से कर लें। अगर दिक्कत ज्यादा है तो सुबह और शाम दो बार पैरों की मसाज करें। 

•  तिल का तेल नैचरल मॉइश्चराइजर से भरपूर होता है। अगर आपकी एड़ियां बहुत अधिक फट चुकी हैं और उनमें बड़ी दरारे हैं तो तिल के तेल से हर रोज सोने से पहले अपनी एड़ियों और तलुओं की मसाज करनी चाहिए। क्योंकि इस तेल में नैचरल मॉइश्चर के साथ ही ऐंटीफंगल प्रॉपर्टीज होती हैं, जो पैरों एड़ियों के गले हुए टिश्यूज को रीमूव करता है और डैमेज टिश्यूज को रिपेयर करके एड़ियों को सॉफ्ट बनाता है।

•  सरसों तेल को किसी कटोरी में लेकर हल्का सा गर्म करें और फिर रुई की मदद से इसे फटी एड़ियों पर लगाएं। अब हथेलियों की मदद से एड़ियों की मसाज करें। मात्र 2 से 5 दिन में आपकी एड़ियां खिली-खिली हो जाएंगी। 

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