आयरन न केवल शरीर की कोशिकाओं के लिए जरूरी है। आयरन हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को भी बढ़ाता है, और लाल रक्त कोशिकाओं को विकसित करने में भी मदद करता है। खाना बनाने के लिए आयरन के बर्तनों का इस्तेमाल सदियों से किया जाता आ रहा है। स्वास्थ्य के लिए इसके कई सारे फायदे हैं। लेकिन गलतियाँ न हो तब। आयरन के बर्तनों में खाना बनाने से शरीर में आयरन का स्तर बढ़ता है। यही वजह है आयरन की कमी से जूझ रहे लोगों को आयरन के बर्तनों में खाना बनाकर खाने के लिए कहते हैं। कई शोध में भी इस बात की पुष्टि होती है कि आयरन के बर्तनों में बना खाना आयरन से भरपूर होता है। इसके अलावा आयरन के बर्तन में एल्यूमिनियम और स्टील के बर्तन की तुलना में कम ऑयल लगता है।
• लोहे की कड़ाही में हम सभी तरह की सब्जियों को पका सकते हैं। जिसमें पालक, बीन्स, शिमला मिर्च, कटहल, आलू गोभी आदि सब्जियों को बना सकते है। लोहे की कड़ाही में साग को पकाना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है, यह साग में मौजूद पोषक तत्व को दोगुना कर देता है।
• लोहे की कड़ाही में बनी हरी सब्जियों में जल्द कालापन आ जाता है। ऐसा उसमें मौजूद आयरन और लोह तत्व की वजह से होता है। जो सेहत के लिए सही नहीं है। सब्जियों के काले होने की दो वजह होती हैं या तो बर्तन अच्छे से साफ नहीं हुआ है या फिर आपने खाना पकाने के बाद उसे लोहे के बर्तन में ही छोड़ दिया है। ऐसा बिल्कुल न करें। लोहे के बर्तनों में पकाया हुआ भोजन तुरंत किसी दूसरे कांच या इनैमल के बर्तन में पलट दें।
आयुर्वेद लाइफस्टाइल बीमारियों से रखे दूर- Ayurveda Lifestyle keep away from diseases
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