(Ayurvedic medicine for cough-cold-infection in changing season)
खांसी-जुकाम हर बदलते मौसम के साथ आने वाली समस्या है। खांसी बैक्टीरियल Bacterial या वायरल Viral इन्फेक्शन Infection, एलर्जी Allergies, साइनस इन्फेक्शन Sinus Infection या ठंड के कारण हो सकती है। लेकिन कुछ ऐसी परेशानी भी है जिनका इलाज घरेलू नुस्खे Home made Remedies द्वारा किया जा सकता है जो निश्चित रूप फायदेमंद Beneficial होते हैं। आमतौर पर मौसम में बदलाव के कारण वायरस Virus अधिक सक्रिय More Active हो जाते हैं। ये इतने प्रकार के हैं और इतने अधिक छोटे हैं कि इन्हें पहचानना Identify बहुत कठिन होता है। हमारे शरीर में मौजूद एंटीबॉडी प्रोटीन Antibody Protein भी कई बार इन्हें पहचान नहीं पाता क्योंकि ये तेजी से अपनी संरचना Structure बदल लेते हैं। ये तेजी से शरीर, खासतौर पर नाक, गले, फेफड़े और सीने में घुस सकते हैं और कुछ ही घंटों में शरीर को संक्रमित Infected कर देते हैं।
बैक्टीरिया, वायरस, कवक और अन्य प्रकार के रोगाणुओं जैसे कई सूक्ष्म जीव Microbe मानव शरीर में प्रवेश करते हैं। आमतौर पर प्रतिरक्षा प्रणाली Defence System इन सूक्ष्म जीवों से लड़ती है, जो शरीर के भीतर किसी बीमारी का कारण बनती हैं। लेकिन कभी-कभी ऐसा भी होता है कि प्रतिरक्षा प्रणली उन सभी से लड़ नहीं सकती और उन्हें शरीर से खत्म नहीं कर पाती है। जब एक व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली इन हानिकारक वायरस Harmful Virus को रोकने में विफल Fail हो जाती है, तो वे आमतौर पर शरीर में संक्रमण का कारण बनती है। यह बाद में शरीर में बुखार के रूप में बाहर आती हैं।
वायरल इन्फेक्शन Viral Infection के समय नाक बहने, गला खराब होने और मुंह में अधिक लार बनने जैसे बदलाव होते हैं लेकिन हम लोग शुरू में ही घबराकर बिना सोचे-समझे एंटीबायोटिक Antibiotics दवाएं ले लेते हैं जिससे लार बननी बंद हो जाती है। लार में संक्रमण खत्म करने की क्षमता होती है जो संक्रमण को दूर करने में मदद करती है।
तनाव Stress आपके शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम Immunity System को नुकसान पहुंचाता है। हमें ज्यादातर कोशिश करनी चाहिए कि तनाव को किसी भी तरह से अपने नियंत्रण में रखें। अधिक तनाव आपको बीमारियों के लिए अधिक संवेदनशील Sensitive बना देता है।
कई लोगों की एक्सरसाइज Excercise की आदत Habit इतनी नियमित होती है कि वो बीमार होने पर भी इसे टालते नहीं हैं। ऐसे लोग सोचते हैं, थोड़ी सी बीमारी में एक्सरसाइज क्या छोड़ना और उनकी इसी सोच की वजह से सामान्य-सा जुकाम काफी दिनों तक के लिए टिक सकता है। अगर आप जुकाम के दौरान एक्सरसाइज करना भी चाहते हैं तो हल्के स्तर पर करें।
• दिन में कई बार हाथ और मुंह धोएं। Wash hands and mouth several times a day.
• छींक या खांसी के दौरान हमेशा रुमाल का इस्तेमाल करें और नाक साफ करते रहें। Always use a handkerchief while sneezing or coughing and keep your nose clean.
• बहुत अधिक बाहर न निकलें बल्कि घर पर ही आराम करें जिससे यह संक्रमण फैलेगा नहीं। Do not go out too much but take rest at home so that this infection will not spread.
• खाने में गर्म और सेमी-लिक्विड डाइट अधिक लें। Take more hot and semi-liquid diet in food.
click here » पवित्रता की शक्ति तुलसी
click here » ऐसा करने से बंद किस्मत के द्वार खुल जाते हैं
तुलसी जुकाम और बुखार में फायदेमंद (Basil is beneficial in cold and fever): तुलसी में काफी चमत्कारी गुण होते हैं, जो जुकाम और फ्लू आदि से बचाव में कारगर हैं। तुलसी की पत्तियां चबाने से कोल्ड और फ्लू दूर रहता है। खांसी और जुकाम होने पर इसकी पत्तियां पीसकर पानी में मिलाएं और काढ़ा तैयार कर लें। इसे पीने से आराम मिलता है।
click here » अदरक के औषधीय गुणों से कई फायदे
तुलसी और अदरक सर्दी में लाभकारी (Basil and ginger beneficial in winter): एक कप गर्म पानी में तुलसी की पांच-सात पत्तियां लें। उसमें अदरक के एक टुकड़े को भी डाल दे। उसे कुछ देर तक उबलने दे और उसका काढ़ा बना लें। जब पानी बिल्कुल आधा रह जाए तो इसे आप धीरे-धीरे पी लें। यह नुस्खा बच्चों के साथ बड़ों को भी सर्दी-जुकाम में राहत दिलाने के लिए असरदार होता है।
click here » जमा चर्बी से जल्द ही छुटकारा
हर्बल टी (Herbal Tea): सर्दी और जुकाम में औषधीय चाय पीना बहुत फायदेमंद होता है। सर्दी के कारण जुकाम, सिरदर्द, बुखार और खांसी होना सामान्य है, ऐसे में हर्बल टी पीना फायदेमंद होता है। यदि जुकाम खुश्क हो जाये, कफ गाढ़ा, पीला और बदबूदार हो और सिर में दर्द हो तो इसे दूर करने के लिए हर्बल टी का सेवन करना अच्छा होता है।
कपूर जुकाम और बुखार में फायदेमंद (Camphor beneficial in cold and fever): सर्दी से बचाव के लिए कपूर का प्रयोग भी फायदेमंद है। कपूर की एक टिकिया को रुमाल में लपेटकर बार-बार सूंघने से आराम मिलता है और बंद नाक खुल जाती है। इसके अलावा कपूर सूंघने से ठण्ड भी दूर होती है। कपूर की टिकिया का प्रयोग करके आप सर्दी और जुकाम से बचाव कर सकते हैं।
click here » नींबू लंबे समय तक खराब नहीं होंगे
नींबू और शहद (Lemon and honey): 1 गिलास उबलते हुए पानी में एक नींबू और शहद मिलाकर रात को सोने से पहले सेवन करें। इससे आपको काफी फायदा मिलेगा।
click here » शहद का इस्तेमाल कहाँ और कैसे?
गर्म पानी और नमक से गरारे (Gargle with warm water and salt): गर्म पानी में चुटकी भर नमक मिला कर गरारे करने से खांसी-जुकाम के दौरान काफी राहत मिलती है। इससे गले को राहत मिलती है और खांसी से भी आराम मिलता है। जितना हो सके गर्म पानी पिएं। आपके गले में जमा कफ खुलेगा और आप सुधार महसूस करेंगे।
अलसी (Linseed): अलसी के बीजों को मोटा होने तक उबालें और उसमें नीबू का रस और शहद भी मिलाएं और इसका सेवन करें। जुकाम और खांसी से आराम मिलेगा।
click here » लहसुन का उपयोग और इसके फायदे और नुकसान
लहसुन (Garlic): लहसुन को घी में भून लें और गर्म-गर्म ही खा लें। यह स्वाद में खराब हो सकता है लेकिन स्वास्थ्य के लिए एकदम शानदार है।
click here » गेहूं के ज्वार का जूस खाली पेट प्रतिदिन
गेहूं की भूसी (Wheat bran): जुकाम और खांसी के उपचार के लिए गेहूं की भूसी का भी प्रयोग कर सकते हैं। 10 ग्राम गेहूं की भूसी, पांच लौंग और कुछ नमक लेकर पानी में मिलाकर इसे उबाल लें और इसका काढ़ा बनाएं। इसका एक कप काढ़ा पीने से आपको तुरंत आराम मिलेगा।
आयुर्वेद लाइफस्टाइल बीमारियों से रखे दूर- Ayurveda Lifestyle keep away from diseases
No comments
Post a Comment