केसर का उपयोग और फायदे
(Use of saffron & its benefits in hindi)
केसर का इस्तेमाल दूध या दूध से बने पकवानों में ज्यादा किया जाता है। (Saffron is used more in milk or milk dishes) केसर को जायके के अलावा औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। केसर एक लोकप्रिय मसाला है, जिसे क्रोकस सैटाइवस नाम के फूल से निकाला जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम भी क्रोकस सैटाइवस है और इसका इस्तेमाल एक मसाले और कलर एजेंट के रूप में किया जाता है।
यह दिखने में छोटे-छोटे धागों जैसा होता है। भारत के विभिन्न भाषाओं में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। जैसे हिंदी में केसर, बंगाली में जाफरान, तमिल में कुमकुमापू, तेलुगु में कुमकुमा पुब्बा और अरबी भाषा में जाफरान आदि। केसर का पौधा छोटे आकार का होता है। केसर का उपयोग विभिन्न औषधियों, और खाद्य पदार्थों में किया जाता है।
केसर का पौधा कई सालों तक जीवित रहता है। इसकी जड़ के नीचे प्याज के समान गांठदार शल्ककन्द होता है। इसके पत्ते घास के समान लम्बे, एवं पतले होते हैं। केसर के फूल नीले, बैंगनी, लाल-नारंगी रंग के होते हैं। फूल के स्त्रीकेशर के सूखे हुए आगे वाले भाग को केशर कहते हैं। आयुर्वेद में केसर के तीन प्रकार बताए गए हैं। काश्मीरज केसर लाल रंग का होता है। यह केसर सूक्ष्म तन्तुओं से युक्त होता है। यह कमल जैसे गन्ध वाला होता है। केसर की तीनों श्रेणियों में यह उत्तम श्रेणी का माना जाता है।
बाल्हीकज केसर यह बलख-बुखारा देश का केसर है। यह सूक्ष्म तन्तुयुक्त और पाले रंग का होता है। इसका गन्ध मधु जैसा होता है। यह केसर कश्मीरी केसर के कम गुण वाला माना गया है। पारसीकज-पारस केसर यह ईरान देश का केसर है। यह स्थूल तन्तुयुक्त, हल्का पीले रंग का और मधु जैसे गन्ध वाला होता है। इस केसर को भी कश्मीरी केसर से कम गुणी वाला बताया गया है।
केसर एक गुणकारी खाद्य पदार्थ है जो पूरे स्वास्थ्य का ध्यान रखने का काम कर सकता है। यह कई तरह के खास पोषक तत्वों से भरपूर होता है। जैसे, फाइबर, मैंगनीज, विटामिन सी, पोटेशियम आयरन, प्रोटीन, विटामिन ए आदि। फाइबर पेट संबंधी समस्या जैसे अपच, कब्ज, गैस व मोटापे से निजात दिलाने का काम करता है।
विटामिन सी त्वचा में कोलेजन को बढ़ाता और त्वचा को एंटी एजिंग प्रभावों से मुक्त रखने का काम करता है। केसर में मौजूद पोटेशियम शरीर में तरल के संतुलन को बनाने में मदद करता है। आयरन शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद कर एनिमिया से छुटकारा दिलाने का काम करता है।
जीवन में केसर की उपयोगिता
(Utility of saffron in life)
केसर कैंसर के लिए (Cancer) : केसर में क्रोसिन, कोलोरेक्टल जैसे गुण पाए जाते हैं जो कैंसर के सेल्स को बढ़ने से रोकता है। केसर का सेवन करने से सबसे ज्यादा प्रभाव प्रोस्टेट और स्किन कैंसर पर पड़ता है।
केसर अर्थराइटिस के लिए (Arthritis) : गठिया की समस्या से निजात पाने के लिए केसर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें पाए जाने वाला क्रोसेटिन शरीर की सूजन को कम करने में मदद करता है। केसर का सेवन करने के अलावा आप केसर की पत्तियों का पेस्ट बनाकर इसे जोड़ों पर लगाए।
केसर डैंड्रफ के लिए (Dandruff) : रूसी या डैंड्रफ से छुटकारा पाने के लिए केसर का प्रयोग करना लाभदायक होता है। डैंड्रफ को हटाने के लिए मरिच, और केशर को समान मात्रा में मिलाकर, तेल में पका लें। इस तेल से सिर पर मालिश करें। इससे रूसी की समस्या से निजात मिल सकती है।
केसर अनिद्रा के लिए (Insomnia) : अधिक तनाव और थकान के कारण अधिकतर लोगों को नींद न आने की समस्या का सामना करना पड़ता है ऐसे में केसर का दूध पीना लाभदायक होता है। केसर में मौजूद क्रोसीन नींद को बढ़ाने में मदद करता है।
केसर आंतों के रोग में फायदेमंद (Beneficial in intestinal disease) : आंत जब स्वस्थ रहता है तो पाचनतंत्र सही तरह से काम करता है। इसलिए आंतों के रोग में केशर का काढ़ा बनाकर सेवन करें। इससे आंतों से संबंधित परेशानी से राहत मिलती है।
केसर मूत्र रोग के लिए (Urinary disease) : पेशाब के रुक-रुक कर आना और पेशाब संबंधित अन्य रोग में केसर के प्रयोग से लाभ होता है। इसके लिए मिली केशर के काढ़ा में थोड़ी मात्रा में नमक मिला लें। इसे पानी के साथ सेवन करने से पेशाब संबंधित विकार में लाभ होता है। मूत्र से संबंधित बीमारियों को ठीक करने के लिए केशर को रात भर पानी में भिगो दें। सुबह उसका चूर्ण बना लें और इस चूर्ण को शहद के साथ पानी में मिलाकर पीने से मूत्र विकार में लाभ होता है।
केसर गठिया के लिए (For arthritis) : अर्थराइटिस जैसे हड्डी रोगों के लिए केसर खाने के फायदे होते हैं। केसर क्रोसेटिन नामक एक खास तत्व से समृद्ध होता है जो गठिया के इलाज में मदद कर सकता है।
केसर आंखों की रोशनी के लिए (For eyesight) : केसर एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध होता है, जो बढ़ती उम्र से जुड़ा नेत्र रोग पर प्रभावी असर दिखा सकता है। इसके अलावा इसमें मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण रेटिना स्ट्रेस से छुटकारा दिलाने का काम भी कर सकते हैं।
केसर स्वस्थ मस्तिष्क के लिए (Healthy brain) : केसर का सेवन करने से अल्जाइमर के रोगियों की स्थिति में सुधार आता है। केसर में मौजूद दो खास तत्व क्रोसिन और एथेनॉल से प्राप्त अर्क में एंटीडिप्रेसेंट गुण देखे गए हैं जो अवसाद को कम करने का काम कर सकते हैं। केसर सिजोफ्रेनिया के रोगियों पर भी सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है।
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केसर रखता है स्वस्थ आंत स्वस्थ पाचन तंत्र
(Saffron maintain healthy intestine & healthy digestive system)
केसर पाचन शक्ति के लिए (For digestion) : केसर अपने एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के माध्यम से पाचन को बढ़ावा देने और पाचन विकारों के इलाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यह पेप्टिक अल्सर और अल्सरेटिव कोलाइटिस के प्रभाव को कम करता है।
केसर प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए (For the immune system) : केसर में मौजूद कैरोटीनॉयड सकारात्मक रूप से प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार कर सकता है। केसर बिना किसी हानिकारक प्रभाव के अस्थाई इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गतिविधि के लिए सहायक हो सकता है।
केसर स्वस्थ हृदय के लिए (For a healthy heart ) : केसर में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी शामिल है जो आर्टरी और रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। केसर के एंटीइंफ्लेमेटरी गुण हृदय पर अपना सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। केसर राइबोफ्लेविन का एक बड़ा स्त्रोत माना जाता है जो हृदय के लिए महत्वपूर्ण विटामिन के रूप में काम करता है।
केसर स्वस्थ लिवर के लिए (For strong liver) : कैंसर के साथ लीवर मेटास्टेसिस से पीड़ित रोगियों पर केसर अपना सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है। लीवर के खराब होने पर केसर उसे सुरक्षा प्रदान कर सकता है। यह लीवर विषाक्तता (टॉक्सिसिटी) के उपचार में भी कारगर साबित हो सकता है।
केसर चमकदार त्वचा के लिए (For radiant skin) : त्वचा को चमकदार बनाने के लिए भी केसर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। केसर विटामिन सी जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट से समृद्ध होता है जो त्वचा को सूर्य की तेज किरणों और मुक्त कणों से दूर रखने का काम करता है।
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