टमाटर कोलेस्ट्रॉल लेवल Tomato Cholesterol Level को बैलेंस कर शरीर में खून की कमी को भी दूर करता है। इसके सेवन से भूख लगने feeling hungry वाले हार्मोन hormones भी कंट्रोल में रहते हैं। टमाटर tomato में विटामिन-सी Vitamin C, बायोलॉजिकल सोडियम biological sodium, फॉस्फोरस Phosphorus, कैल्शियम Calcium, पोटेशियम Potassium और सल्फर Sulfur उच्च मात्रा में होता है जो कई स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं को कम करने में मदद करता है। टमाटर के जूस में मौजूद पोषक तत्व कैंसर Cancer के खतरे को भी कम कर सकते है। साथ ही इम्यून सिस्टम immune system को मजबूत करता है, इस जूस को सेवन करने से किसी भी प्रकार का इंफेक्शन infection होने का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा टमाटर के जूस में मौजूद केमिकल chemical मांसपेशियों में होने वाले खिंचाव को कम करता है।
दांतों और हड्डियों के लिए टमाटर फायदेमंद होता है (Tomato is beneficial for teeth and bones): हड्डियों की मजबूती के लिए विटामिन-के जरूरी है। ऐसे में टमाटर के औषधीय गुण में पाए जाने वाली विटामिन-के की मात्रा हड्डियों के लिए फायदेमंद हो सकती है। साथ ही टमाटर में कैल्शियम भी पाया जाता है, जो हड्डियों के साथ-साथ दांतों की मजबूती के लिए भी सहायक हो सकता है। टमाटर हड्डियों के साथ-साथ दांतों की मजबूती और उनमें चमक के लिए भी लाभकारी होता है।
टमाटर आंखों की बीमारियों के लिए उपयोगी (Tomato useful for eye diseases): टमाटर के अंदर पाया जाने वाला विटामिन-सी आंखों के लिए उपयोगी हो सकता है। टमाटर खाने से आंखों की बीमारियों से बचा जा सकता है। आंखों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन और मिनरल से भरपूर टमाटर का सेवन करना चाहिए। इसमें पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट गुण हमारी कोशिकाओं और टिशू को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
टमाटर शारीरिक विकास के लिए उपयोगी (Tomato useful for physical development)
टमाटर इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है (Tomato strengthens the immune system): टमाटर के जूस का सेवन करने से इम्यून सिस्टम को मजबूत बना सकते हैं। टमाटर में एंटीऑक्सीडेंट, लाइकोपीन और बीटा-कैरोटीन होते हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करता है।
टमाटर का सेवन कहीं प्रकार की बीमारियों से बचाता (Consumption of tomato protects from various diseases)
टमाटर कैंसर से बचाव करता है (Tomatoes protect against cancer): टमाटर में पाया जाने वाला लाइकोपीन एक लाल कैरोटीनॉयड है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीकैंसर गुण होते हैं। लाइकोपीन प्रोस्टेट कैंसर के खिलाफ एंटी-प्रोलिफेरेटिव और प्रो-एपोप्टोटिक के रूप में काम कर सकता है। एंटी-प्रोलाइफरेटिव गुण के कारण ही टमाटर ट्यूमर सेल पर प्रभावी रूप से काम कर सकता है।
टमाटर ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखता है (Tomatoes control blood pressure): टमाटर के अर्क में लाइकोपीन, बीटा कैरोटीन और विटामिन-ई जैसे कई कैरोटीनॉयड होते हैं। शरीर से फ्री रेडिकल्स को साफ कर सकते हैं। टमाटर में पाए जाने वाले ये सभी पोषक तत्व उच्च रक्तचाप के उपचार में मददगार साबित हो सकते हैं।
टमाटर दर्द निवारक की दवा (Tomatoes is pain reliever): टमाटर में एनाटाबिन पाया जाता है, जो एंटीइंफ्लेमेटरी यानी दर्द निवारक के रूप में काम कर सकता है। एनाटाबिन मांसपेशियों में होने वाले दर्द के साथ-साथ जोड़ों में होने वाले दर्द के लिए भी उपयोगी हो सकता है।
टमाटर रक्त के थक्के नहीं बनने देता (Tomatoes do not allow blood clots to form): टमाटर में पाया जाने वाला लाइकोपीन शरीर में सूजन और कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है। साथ ही प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार कर सकता है। इसके अलावा, यह शरीर में रक्त के थक्के बनने से रोक सकता है। टमाटर प्लेटलेट्स को चिकना कर सकता है, इससे रक्त के थक्के बनने से होने वाली समस्या और रक्त के प्रवाह में आने वाली कठिनाई दूर हो सकती है।
जिन लोगों को किडनी या पित्ते में पथरी की परेशानी है, उन्हें टमाटर का जूस नहीं पीना चाहिए। टमाटर के बीज काफी हद तक सख्त होते हैं, जो बहुत जल्द हमारी बॉडी में बिना पिसे ही पड़े रहते हैं। पथरी आमतौर पर तब होती है जब किडनी में ऑक्जलेट और कैल्शियम जैसे कई तत्व जमा होते-होते एक ठोस कंकड़ जैसे हो जाते हैं। टमाटर में भी ऑक्जालेट मौजूद होता है, लेकिन उसकी मात्रा सीमित होती है। हां अगर आप टमाटर के शौकीन हैं और बहुत ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करते हैं, तो इसके बीजों को निकालकर इसका प्रयोग करें। आप चाहें तो बीज निकले हुए टमाटरों के जूस का भी सेवन कर सकते हैं।
Disclaimer : यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है।
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