कमजोर पाचन तंत्र पीड़ितों के लिए फूलगोभी नुकसानदायक (Cauliflower harmful for weak digestive system sufferers): फूलगोभी मस्टर्ड फैमिली का ही एक सदस्य है। यह सब्जी कई पोषक तत्वों से भरपूर है। इस वजह से ये स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है। लेकिन इस सब्जी का ज्यादा सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इस सब्जी को पचाना बेहद मुश्किल होता है, खासतौर से तब जब इसे कच्चा खाया जाए। इससे सूजन या गैस से संबंधित समस्या बढ़ने लगती है। फूलगोभी में रेफिनोज होता है, जो एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है। ये कार्ब कुछ सब्जियों में तो प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है, लेकिन हमारा शरीर इसे तोड़ नहीं पाता। इसका मतलब यह है कि जब आप कार्बोहाइड्रेट से भरपूर इस सब्जी का सेवन करते हैं, तो यह छोटी आंत से बड़ी आंत में पहुंच जाता है। आखिर में जब उनकी बड़ी आंत में एंट्री होती है, तो वहां पहले से मौजूद बैक्टीरिया इसे फर्मेंट करना शुरू कर देते हैं। जिसके बाद पेट में गैस बनने लगती है या फिर पेट फूला सा महसूस होता है।
स्टोन पीड़ितों के लिए फूलगोभी ठीक नहीं (Cauliflower is not good for stone victims): फूलगोभी पथरी पीड़ितों के लिए नुकसानदायक: पथरी से पीड़ित लोगों कोफूलगोभी का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि गोभी में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है जो कि स्टोन की समस्या को बढ़ा देता है।
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए फूलगोभी ठीक नहीं (Cauliflower is not good for lactating women): जो महिलाएं अपने शिशु को स्तनपान करवा रही हैं, उन्हें फूल गोभी जैसे गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए।
यूरिक एसिड पीड़ितों के लिए फूलगोभी नुकसानदायक (Cauliflower harmful for uric acid sufferers): फूल गोभी में प्यूरीन होता है जिसके कारण अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर में यूरिक एसिड का निर्माण हो सकता है। यह आगे चलकर किडनी स्टोन या गाउट जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
फूल गोभी में पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। इसमें कई तरह के विटामिन पाए जाते हैं। फूलगोभी में फाइटोकेमिकल्स (जैसे सल्फोराफेन और कैरोटेनॉयड्स) होते हैं, जो शरीर में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गतिविधि में इजाफा कर सकते हैं। गोभी की सब्जी शरीर को पर्याप्त ऊर्जा दे सकती है।
कैंसर से बचाता है (Prevents cancer): कैंसर से बचे रहने के लिए फूलगोभी का सेवन लाभकारी होता है। फूलगोभी में मौजूद सल्फोराफेन नामक तत्व में एंटीकैंसर प्रभाव पाया जाता है। इस प्रभाव के कारण फूल गोभी कोलन और प्रोस्टेट कैंसर के साथ ही कई अन्य कैंसर के खिलाफ सुरक्षा प्रदान कर सकती है।
हड्डियों को मजबूत करता है (Strengthens bones): फूल गोभी में विटामिन-के पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूती दे सकता है। साथ ही इसमें कई ऐसे बायोएक्टिव कंपाउंड पाए जाते हैं, जो हड्डियों में सुधार करके फ्रैक्चर के जोखिम को कम कर सकते है।
फूलगोभी चर्म रोग पीड़ितों के लिए फायदेमंद (Cauliflower beneficial for skin disease sufferers): जो लोग चर्म रोग या फिर अपने शरीर के खून को साफ करना चाहते हैं, वह रोजाना फूलगोभी की सब्जी बनाकर सेवन जरूर करें डाक्टरों का भी मानना है की खून को साफ करने में फूलगोभी बहुत ज्यादा फायदेमंद है और भी कई सारे फायदे है।
ब्रेन के लिए लाभकारी (Beneficial for brain): फूलगोभी कोलिन का एक अच्छा स्रोत है और मस्तिष्क विकास में कोलिन की अहम भूमिका होती हैं। इसलिए, फूल गोभी खाने के फायदे याददाश्त, मनोदशा, मांसपेशियों पर नियंत्रण, मस्तिष्क के विकास और न्यूरोट्रांसमीटर सिस्टम को सही रखता है।
फूलगोभी कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने का कार्य करता है (Cauliflower acts to control cholesterol): फूलगोभी के सेवन से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखा जा सकता है। इसमें कोलेस्ट्रॉल कम करने वाला प्रभाव पाया जाता है। इसलिए, भोजन में फूल गोभी का सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है।
फूलगोभी पाचन तंत्र को मजबूत करता है (Cauliflower strengthens the digestive system): फूलगोभी में फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है। फाइबर पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के लिए कई कार्यकरता है, पाचन तंत्र में भोजन को अच्छी तरह पचाता है, मल को भारी बनाता है ताकि वो आसानी से बाहर आ सके और आंतों के पीएच को संतुलित रखता है।
विषाक्त पदार्थों को दूर करे (Remove Toxins): ग्लूकोसाइनोलेट्स, लिवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने वाले एंजाइमों को बढ़ाते हैं। इससे लिवर को डिटॉक्स करने और विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है।
फूलगोभी किसी रोग का इलाज नहीं है, जो लोग गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से घिरे हुए हैं, उन्हें डॉक्टरी इलाज को प्राथमिकता देनी चाहिए। फूलगोभी मुख्य रूप से सेहतमंद बनाए रखने में मदद करती है। साथ-साथ फूलगोभी खाने के नुकसान के बारे में भी बताया गया है।
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